Sunday, November 24, 2024
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रोशनी की समुचित व्यवस्था नहीं, इलाज करने में हो रही परेशानी 

2017.04.27 03 ravijansaamnaशिवली, कानपुर देहात, जितेन्द्र कुमार। स्वास्थ विभाग के आला अधिकारियों की अनदेखी के चलते तमाम असुविधाओं के बीच संचालित हो रही है सीएचसी। वहीं इमरजेंसी सेवा शुरू किए जाने के बाद भी रात के समय रोशनी की समुचित व्यवस्था, पीने के पानी की व्यवस्था पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे आम जनता के साथ साथ स्वास्थ्य कर्मियों को भी काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार की रात मारपीट व एक्सीडेंट में घायल हुए तीन युवको का उपचार टार्च की रोशनी में किये जाने पर घायलों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को परेशानी उठानी पड़ी। शिवली क्षेत्र के लोगों को हर समय अच्छी स्वास्थ सुविधाएं मुहैया करवाये जाने के उद्देश्य से शिवली कस्बे से एक किलोमीटर आगे सीएचसी शिवली

का निर्माण करवाया गया था। बनने के बाद काफी दिनों तक तो अस्पताल बन्द रहा लेकिन जब क्षेत्रीय लोगों ने काफी हंगामा किया तो स्वास्थ सेवाएं तमाम जरूरतों को पूरा किये बिना ही चालू कर दी गई। जिस समय सीएचसी चालू की गई थी तब बिजली कनेक्शन के साथ साथ जनरेटर भी लगाया गया था लेकिन कस्बे से एक किलोमीटर दूर होने व आसपास जंगल की वजह से जनरेटर का सामान व बैट्री चोरी हो गया था। इस समय सिर्फ बिजली की रोशनी ही एक मात्र सहारा बनी हुई है वो जब गायब हो जाती है तब बहुत परेशानी आ जाती है। वहीं इमरजेंसी सुविधा शुरू होने से अब 24 घण्टे डॉक्टर व कर्मचारी मौजूद रहते है लेकिन रात के समय बिजली न होने से अंधेरा हो जाता है जिससे रात में मरीजो का उपचार करने में डॉक्टरो को परेशानी का सामना करना पड़ता है। रात को रामपुर शिवली रोड पर बाइक फिसल जाने से मालौ चौबेपुर निवासी मनोज कुमार व विमलेश गम्भीर रूप से घायल हो गए थे जिनको 108 एम्बुलेन्स द्वारा सीएचसी ले जाया गया मौके पर मौजूद डॉ अमित सिंह फार्माशिस्ट महेशपाल व एम्बुलेन्स कर्मी ने टार्च की रोशनी से उपचार किया। वहीं शिवली कस्बे में दो पक्षो में मारपीट हो गयी उसमे घायल सुशील कश्यप को भी सीएचसी लाया गया सिर में गम्भीर चोट होने की वजह से अंधेरे में ड्रेसिंग करने में फाफी परेशानी उठानी पड़ी। अहम बात तो यह है कि किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा एक सोलर लाइट तक नहीं लगवाना मुनासिब समझा। डॉ अमित ने बताया कि जंगल में अंधेरे में बैठना पड़ता है किसी ने लाइट की व्यवस्था नही की है इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।