महामारी अधिनियम का पालन और शासकीय दिशा निर्देशों का पालन, देशव्यापी प्रकोप से बचाने जरूरी – एड किशन भावनानी
वैश्विक स्तर पर जिस तरह भारत सहित कई विकसित देशों ने कोरोना टीकाकरण मुहिम तेजी से चलाने के बावजूद भी कोरोना संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है, वह काफी चिंता का विषय बना हुआ है विश्व में फिर अनेक देशों ने लॉकडाउन की ओर कदम बढ़ा दिए हैं जिसकी सूचना हमें रोज प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से मिल रही है। बात अगर हम भारत की करें,तो यहां भी अभी आठ राज्यों में कोरोना महामारी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है कोरोना महामारी को लेकर आठ राज्यों – महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और छत्तीसगढ़ने केंद्र और राज्य सरकारों की चिंता बढ़ा दी है। इन्हीं राज्यों में 80 फीसद से ज्यादा केस सामने आए हैं। वहीं, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली में भी मामले तेजी से बढ़ रहा हैं। वायरस के तेजी से बढ़ते नए मामलों को देखते हुए राज्य सरकारों ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है और इन राज्यों के कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है, परंतु फिर भी टीवी में चल रही ग्राउंड रिपोर्ट के माध्यम से हम देख रहे हैं कि लोगों में कोरोना महामारी के प्रति कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है। दो गज की दूरी, मास्क, बार-बार हाथ धोना इत्यादि दिशा निर्देशों का पालन लोग भूल से गए हैं। ऐसा महसूस हो रहा है कि, महामारी भारत में बिल्कुल नहीं है जो कि व्यापक स्तर पर देखने को मिल रही है जिस पर तुरंत नियंत्रण कर संक्रमण को रोकने के लिए तुरंत सतर्कता और क्रियान्वयन जरूरी है और यह हर नागरिक का कर्तव्य भी है शासन प्रशासन के दिशा निर्देशों व महामारी अधिनियम के प्रावधानों का पालन करना और धरातल पर उसका क्रियान्वयन करने के लिए शासन को नागरिक ने सहयोग देना बहुत जरूरी है, अन्यथा इस महामारी का प्रकोप देशव्यापी स्तर पर जा सकता है जिसकी संभावना हाल ही में हुई सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री महोदय जता चुके हैं, और कोरोना वैक्सीन अपव्यय, दवाई भी और कड़ाई भी जैसे अनेक मंत्र भी दे चुके हैं बस जरूरत है, अब प्रशासन को कड़ाई से क्रियान्वयन करने की और नागरिकों को उसका पालन करने की। हालांकि शासन, क्रियान्वयन में कड़ाई बरत रहा है फिर भी अंतिम स्तर पर यह जवाबदारी हम नागरिकों की ही हो जाती है कि हम तुरंत सतर्कता बरतें l… सामने कुछ ही दिनों में होली आ रही है,स्वाभाविक रूप से होली का हुड़दंग मौज मस्ती की शुरुआत होने की संभावना है। शासकीय स्तर पर भी होली में कोरोना महामारी संक्रमण फैलाने को लेकर होली त्यौहारसे संबंधित कुछ रणनीति बनाना होगा, जिससे जिन राज्यों में संक्रमण अभी नहीं फैला है वहां कोई नुकसान ना हो जहां महामारी तीव्रता से फैल रही है वही होली संबंधी दिशानिर्देश अभी से ही जनता व व्यापारियों को दे देना चाहिए, ताकि इससे व्यापारियों का नुकसान ना हो अपना स्टॉक उस हिसाब से समायोजित करें और ग्राहक भी उस हिसाब से ही होली त्योहार संबंधी खरीदारी की पूर्व तैयारी करें। सबको रणनीति के तहत पूर्व सूचना एक सप्ताह पहले देने की रणनीति शासन प्रशासन द्वारा बनानी होगी, जिसमें आर्थिक नुकसान न हो और संक्रमण के फैलने को भी रोका जा सके परंतु फिर भी इसमें बहुत सतर्क रहने की जवाबदारी हम नागरिकों की हो जाती है क्योंकि होली में भीड़ का माहौल और रंगों का की बौछार होती है, लोग गले मिलते हैं मौज मस्ती होती है, जिसमें तो कोरोना महामारी का संक्रमण तेजी से फैल सकता है और यह देशव्यापी प्रकोप के रूप में बन सकता है, इसलिए यह जरूरी है कि सरकारीज सामाजिक पंचायतें, सामाजिक संस्थाएं, युवा, युवा संगठन और सभी जनहितकारी संगठनों को आगे आकर होली मनाने के मानदंडों को तैयार करना तथा स्वतः संज्ञान लेकर इस संबंध में निर्णय लेकर, शासन को सहयोग करने के लिए ख़ुद पहल करना होगा, ताकि इस महामारी को देशव्यापी स्तर पर प्रकोप से बचाया जा सके और देश की दशा को फिर लॉकडॉन पार्ट- 2 की ओर ना धकेला जा सके, इसी में भारत देश वासियों की भलाई है, जिसके लिए हम सबको सहयोग करना जरूरी है और हमें स्वत स्वतः संज्ञान लेकर इस दिशा में कदम उठाना जरूरी है।
-लेखक – कर विशेषज्ञ एड किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र