कानपुर, जन सामना ब्यूरो। गर्मी के दिनों में एक भी व्यक्ति प्यासा न रहे, इसके लिये पर्याप्त मात्रा में पेय जल व्यवस्था दुरुस्त कर ली जाय। इसके लिये जल संस्थान अपने संसाधनों का इस्तेमाल बेहतर तरीके से करें ताकि जनता को किसी भी प्रकार से कठिनाइयों का समाना न करना पड़े। उक्त निर्देश मण्डलायुक्त पी० के० महान्ति ने कानपुर नगर की पेयजल व्यवस्था के संबंध में शिविर कार्यालय में समीक्षा करते हुए दिये। उन्होंने कहा कि हर स्थिति में जनता को पेयजल व्यवस्था मुहैया कराई जाये इसके लिये विभाग अपनी पूरी ताकत के साथ कार्य करें कोई भी समस्या आने पर तुरंत अवगत कराये ताकि समस्या का निदान तत्काल कराया जा सकें। बैठक में महाप्रबंधक जल संस्थान ने मण्डलायुक्त को बताया कि जलापूर्ति की समस्त व्यवस्था की जा चुकी हैं। नगर में अलग- अलग माध्यमों से जनता को निरन्तन जलापूर्ति की जा रही है, उन्होंने बताया कि जनपद के शहरी क्षेत्रों में जलापूर्ति की लगभग 520 मिलियन लीटर प्रतिदिन जरूरत है इसके लिये वर्तमान में 430 मिलियन लीटर प्रतिदिन सप्लाई की जा रही है जिसमें बेनाझाबर ट्रीटमेन्ट से 250 लीटर प्रतिदिन, गुजैनी वाटर वर्क्स से 20 मिलियन लीटर प्रतिदिन, गंगा बैराज से 40 मिलियन लीटर प्रतिदिन की जा रही है। महाप्रबंधक ने आयुक्त को बताया कि नलकूप नगर में 170 नलकूप अधिष्ठापित है, जिनमें से 166 नलकूप चालू हैं। जिनमें 4 नलकूप रिबोर योग्य है इस पर मण्डलायुक्त ने कड़े निर्देश देते हुये कहा कि तत्काल शेष 4 नलकूपों को ठीक कराये। महा प्रबंधक जल संस्थान ने बताया कि जोनल पम्पिंग स्टेशन कुल 41 है जिनमे समस्त 41 चालू क्रियाशील है। उन्होंने आगे बताया कि नगर में 59 अवर जलाशय है जिनमें 42 अवर जलाशय चालू है तथा 17 बन्द है, इन 17 अवर जलाशय के स्थान पर जेड० पी० एस० बन गये है अब इनकी उपयोगिता नहीं है। उन्होंने मण्डलायुक्त को बताया कि नगर में कुल 14037 इण्डिया मार्का हैण्डपम्प लगे है, रिबोर संबंध में शासन से धनराशि की मांग की गई हैं जल्दी ही इनको रिबोर करा दिया जायेगा। मण्डलायुक्त ने निर्देशित किया कि मेरी तरफ से धनराशि की मांग के लिये शासन को पत्र भेजा जाये ताकि समय से रिबोर कराके जनता को राहत दी जा सकें। महा प्रबंधक ने मण्डलायुक्त को बताया कि सार्वजनिक नल नगर में 3400 स्थापित है जिनमे सभी के सभी चालू हालत में है। मण्डलायुक्त ने महा प्रबंधक जल संस्थान को निर्देशित किया कि शहर में जितनी भी पेयजल आपूर्ति के साधन है, उनकी समस्त की निगरानी रखी जाये कोई भी समस्या आने पर तत्काल टीमें लगा कर उनकी मरम्मत करायी जाये। बैठक में महा प्रबंधक जल संस्थान, जल संस्थान के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।