इस समय 55 आधार सेवा केंद्र चल रहे हैं; अब तक 70 लाख लोगों को सेवायें दी गईं
नई दिल्ली। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने 55 आधार सेवा केंद्र खोले हैं। यह कदम यूआईडीएआई की उस योजना का अंग है, जिसके तहत देश के 122 शहरों में आधार नामांकन एवं अपडेट केंद्र खोले जाने हैं। इन केंद्रों पर केवल आधार से सम्बंधित काम ही किया जायेगा। ये केंद्र उन 52,000 आधार नामांकन केंद्रों के अतिरिक्त हैं, जो बैंकों, डाकघरों और राज्य सरकारों द्वारा चलाये जा रहे हैं।
ये सभी आधार सेवा केंद्र सप्ताह में हर दिन खुले रहते हैं और अब तक दिव्यांगजनों को मिलाकर 70 लाख से अधिक लोगों को अपनी सेवायें दी हैं।
उल्लेखनीय है कि मॉडल-ए वर्ग के केंद्रों की क्षमता है कि यहां हर दिन एक हजार नामांकन और जानकारी अपडेट करने के आवेदनों को निपटाया जा सकता है। इसी तरह मॉडल-बी वाले केंद्र रोजाना 500 नामांकन और जानकारी अपडेट कर सकते हैं तथा मॉडल-सी वाले केंद्रों की क्षमता रोजाना 250 तक नामांकन और जानकारी अपडेट करने की क्षमता है। सभी तरह के केंद्र सुबह नौ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक चलते हैं। वे सिर्फ सार्वजनिक अवकाश के दिन ही बंद होते हैं। उल्लेखनीय है कि आधार नामांकन निशुल्क है, लेकिन जनसांख्यकीय सम्बंधी अपडेट के लिये 50 रुपये और बायोमीट्रिक अपडेट (जनसांख्यकीय अपडेट सहित या रहित) के लिये 100 रुपये का मामूली शुल्क लिया जाता है।
आधार सेवा केंद्रों में ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट प्रणाली और टोकन प्रबंधन प्रणाली से काम होता है। इन प्रणालियों से बिना किसी अड़चन के नागरिकों को नामांकन/अपडेट प्रक्रिया के सभी चरणों की सूचना मिलती रहती है।
सभी केंद्र वातानुकूलित हैं और बैठने की समुचित व्यवस्था के तहत इन्हें डिजाइन किया गया है। सभी केंद्र दिव्यांगजनों के लिये सुविधा से लैस हैं।