कानपुर, अर्पण कश्यप। कानपुर नगर निगम में कार्य को लेकर कोई संजीदगी नजर नहीं आती है और ना ही नगर निगम अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार साबित हो रहा है। कानपुर नगर निगम द्वारा पिछले लगभग 2 वर्षों से हर गली में पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। जिसमें नगर निगम के चहेते ठेकेदारों को कार्य दिया गया है। अब चाहे वह ठेकेदार कार्य अच्छा करे या बुरा, लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं होती है। ऐसा ही एक संजीदगी भरा मामला बर्रा के वार्ड 62 में देखने को मिला जिसमें लगभग 4 से 5 दिन पूर्व में पाइप लाइन के लिए खुदाई हुई थी और खुदाई के बाद पाइपलाइन को बिछाकर उसमें फौरी तौर पर ही मिट्टी को डाल कर पाट दिया गया। जिससे वहां पर निकलने वाले लोगों को और जानवरों को भी उस खुदाई से कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड 62 के बर्रा 8 बी ब्लॉक में एक मोटर साइकिल चालक उसी खुदाई में मोटर साइकिल सहित फस गया, जिसे क्षेत्रीय लोगों की सहायता से बचाया जा सका। उसकी मोटरसाइकिल उस खुदाई वाली लाइन में अंदर धंस चुकी थी। वही एक मामला ऐसा देखने को मिला जिससे रोंगटे खड़े हो गए। हुआ यू कि एक गाय का बछड़ा टहलते हुए उस पाइप लाइन के लिए की गई खुदाई को पार करने लगा और उसका एक पैर उस खुदाई वाले स्थान पर चला गया जिससे उसका पैर फंस गया उससे बचने के लिए बछड़े ने जब प्रयास किया तो उसके चारों पैर खुदाई में फस गए और देखते ही देखते बछड़ा पूरा उस गड्ढे में फस गया। उस बछड़े का सिर मात्र ऊपर बचा था। जिसको बचाने के लिए क्षेत्रीय लोगों ने मदद की और बछड़े को खुदाई से तैयार हुई उस नाली से बाहर निकाला गया। परंतु नगर निगम शायद ही इस विषय पर कोई कार्यवाही करेगा क्योंकि ठेकेदार तो अधिकारियों के चहेते हैं और इन चहेते ठेकेदारों के खिलाफ नगर निगम में आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। कार्य चाहे जैसा भी हुआ हो, चाहे जितना भी खराब हुआ हो।