रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। इस सप्ताह ऊंचाहार क्षेत्र की एक घटना ने क्षेत्र में सनसनी पैदा कर दी है किन्तु पुलिस को अभी तक सिर्फ नाकामी मिली है। एक साथ तीन सगी बहनों की जहरीली नमकीन खाने से मौत के रहस्य से सात दिन बाद भी पर्दा नहीं उठ सका है।
दशहरा के दिन क्षेत्र के गांव मिर्जा इनायतुल्लाह पुर निवासी नवीन सिंह द्वारा जमुनापुर बाजार से खरीदी गई लईया व नमकीन बिस्कुट खाने से एक-एक करके उनकी तीन मासूम बेटियों परी, विधि और पीहू की मौत हो गई।
घटनाक्रम में हर पल रहस्य ही रहस्य है। एक दिन पहले पूरा परिवार उसी नमकीन और लईया को खाता है किन्तु किसी को कोई दिक्कत नहीं होती है, दूसरे दिन सुबह केवल तीन बहनें उसी लईया नमकीन को खाती हैं तो तीनों बहनों की दर्दनाक मौत हो जाती है। घटना को लेकर आला अफसर तक मौके पर पहुंचे और जांच की तमाम नमूने लिए गए। काफी तहकीकात के बाद भी अभी तक मामले का खुलासा नहीं हो पाया है।
घटनाक्रम का रहस्य :-
आखिर रात भर में लईया व नमकीन कैसे जहरीले हो गई? केवल तीन बहनों की मौत हुई, पहले मृत हुई दो मासूम बेटियों के शव को चुपचाप गंगा तट पर क्यों दफनाया गया। जैसे तमाम सवालों के जवाब को तलाशने में पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा है। यह घटना 16 अक्टूबर की है आज सात दिन बीत चुके है। पुलिस का दावा था कि दो तीन दिन के अंदर मामले की सारी परतें खोल दी जाएगी। सच्चाई का पता लग जाएगा किन्तु ऐसा नहीं हो पाया है। जबकि पूरे गांव में अभी भी मातम जैसा माहौल है। गांव के ही लोग नहीं आसपास के क्षेत्र के लोग भी मासूम बेटियों की मौत की हकीकत जानना चाहते है। किन्तु अभी तक इस मामले में पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ पाई है। तीन मासूम बेटियों की मौत ने पूरे पुलिस सिस्टम को हिलाकर रख दिया है। किन्तु किसी भी मामले में पुलिस के पास कुछ भी बताने व दिखाने लायक नहीं है।
मामले को लेकर कोतवाल शिव शंकर सिंह अभी भी दावा कर रहे है उनका कहना है कि बेटियों की मौत के मामले में कुछ जांच रिपोर्ट का इंतजार है।