मिट्टी खनन के धन की मांग पर तांडव
कानपुर/घाटमपुर, शीराजी। खनन का नजराना न मिलने पर रेवना चैकी पुलिस ने दलित मजदूर को इतना मारा कि उसके पेट के अन्दर आॅंत फट गई, पीड़ित कई दिनों से प्राइवेट अस्पताल में पड़ा अपनी जिन्दगी के दिन गिन रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार घाटमपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सरैंया निवासी दलित सालिकराम के पुत्र रामपाल ने मुख्यमंत्री डी0आई0जी0, एस0एस0पी0 एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी घाटमपुर को प्रार्थना पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि बीती तीस मई को उसका भाई रामदास जो घाटमपुर कस्बे में रिक्शा चलाकर अपने बच्चों का पेट पाल रहा है। बाबा जी के खेतों में तीस मई को ट्रैक्टर द्वारा पांस(गोबर की खाद) डाल रहा था। डीजल भरवाने ट्रैक्टर चालक मजदूरों सहित रेवना पेट्रोल पम्प पहुंचा जहाॅं सिपाही राजवीर व सर्वेश ने मिट्टी खनन करने की बात कह कर अपना हिस्सा मांगा मना करने पर दोनों सिपाही उसके ऊपर टूट पड़े लातों के प्रहार से उसके पेट की आॅंत फट गई और पूरा शरीर काला पड़ गया। बेहोशी की हालत में ग्रामीण उसे उठाकर ले गये और स्टेशन रोड स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया जहाॅं डाक्टरों ने आपरेशन कर आॅत को जोड़ा, पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने सरकारी अस्पताल में इलाज कराने या कहीं शिकायत करने पर गम्भीर परिणाम की धमकी दी है। पीड़ित की पत्नी का कहना है कि उसके पति मजदूरी व रिक्शा चलाकर अपने तीन बच्चें को पाल रहे थे। लेकिन अब हजारों रूपये का कर्ज व पति लाचार व घायल है। योगी सरकार से भी उसने न्याय की गुहार लगाई है।