नवरात्र के आठवें दिन दुर्गा अष्टमी मनाई गई। इस अवसर पर माता महागौरी की पूजा अर्चना की गई। पूजा-अर्चना के लिए मंदिरों में भीड़ रही और चहुंओर माता के जयकारों की गूंज रही। घरों में कन्या पूजन किया गया। कन्याओं को श्रद्धाभाव से भोजन कराया और उपहार भेंट किए। उप जिलाधिकारी अंकुर वर्मा ने भी नगर के सिद्ध पीठ पथवारी माता मंदिर पर पहुंचकर माता रानी की पूजा अर्चना की । इस अवसर पर मंदिर के महंत पंडित धर्मेंद्र शर्मा ने उप जिलाधिकारी अंकुर वर्मा को माता रानी की चुनरी उढाकर सम्मानित किया तथा प्रसादी भेंट की। इस दौरान सुरक्षा के लिए मंदिरों पर पुलिस बल तैनात रहा।2अप्रैल से नवरात्र शुरू हुए थे। प्रतिदिन शक्ति के अलग-अलग स्वरूप की पूजा की गई। कुछ श्रद्धालुओं ने सभी दिन व्रत रखे तो किसी ने पहला और आखिरी व्रत रखा। दुर्गाष्टमी पर सबसे अधिक भीड़ सिद्ध पीठ पथवारी माता एवं चामुंडा माता के मंदिर में रही। यहां सुबह चार बजे ही काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच चुके थे और मां के दर्शन व पूजा-अर्चना को कतार लगी थी। श्रद्धालुओं ने हलवा-पूरी का भोग लगाया और श्रृंगार की सामग्री चढ़ाकर मन्नतें मांगी। नगर के अन्य देवी मंदिरों में भी श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने पहुंचे। श्रद्धालुओं ने मां महागौरी की आराधना कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। साथ ही कन्याओं का पूजन कर भोजन कराया। मंदिरों के साथ मोहल्लों में भी महिला कीर्तन मंडली ने भजनों से मां का गुणगान किया। अष्ठमी पर्व के अवसर पर पूजा अर्चना के लिए बड़ी संख्या में भक्तों के मंदिर में पहुंचने के मद़्देनजर सभी मंदिरों पर सुबह से ही पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। विशेष तौर पर माता के मंदिरों पर पुरुष सिपाहियों के साथ महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई।