हाथरस। हाथरस जंक्शन पुलिस एवं एस .ओ .जी . टीम की संयुक्त कार्यवाही में 33 वर्षों से पैरोल से फरार चल रहे 25000 के इनामी एक आरोपी को गिरफ्तार किया है । आरोपी रघुनंदन उर्फ रघुनी पुत्र यादराम सिंह निवासी ग्राम रतनगढ़ी थाना हाथरस जंक्शन , हाथरस दुष्कर्म के मुकदमें में सजायफ्ता है । जो पेरोल पर कोर्ट से आया था , जिसने पेरोल समाप्त होने के बाद जेल नही गया , और अपनी चल – अचल सम्पत्ति बेचकर दिल्ली में चला गया और नाम बदलकर कर दिल्ली में रहकर कपड़े का व्यापार करने लगा।1986 में थाना हाथरस जंक्शन का मामला पुलिस के अनुसार करीब 36 वर्ष पूर्व सन 1986 में थाना हाथरस जंक्शन पर थानाक्षेत्र के ग्राम रतनगढी निवासी एक व्यक्ति द्वारा तहरीर दी कि उसके ही गांव का निवासी एक व्यक्ति अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी पुत्र यादराम सिंह निवासी ग्राम रतनगढ़ी , थाना हाथरस जंक्शन द्वारा उसकी पोती को बहला – फुसलाकर ले जाकर दुष्कर्म की घटना कारित की गयी है , जिसके सम्बन्ध में परिजनो की प्राप्त तहरीर पर थाना हाथऱस जंक्शन पर अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी पुत्र यादराम सिंह निवासी ग्राम रतनगढ़ी , थाना हाथरस जंक्शन पंजीकृत किया गया था । जिसमें साक्ष्य के आधार पर पुलिस द्वारा नामजद आरोपी रघुनंदन उर्फ रघुनी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था । इसी क्रम में उक्त मुकदमें में न्यायालय जिला एवं सत्र न्यायधीश जनपद अलीगढ़ द्वारा वर्ष 1987 में साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्त रघुनदंन उर्फ रघुनी को सजा सुनाई गई थी ।पैरोल पर किया गया था रिहा वर्ष 1989 में माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज द्वारा सशर्त पैरोल पर रिहा किया गया था वर्ष 1989 से अभियुक्त पैरोल पर जेल से रिहा होने के बाद न्यायालय के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ तथा अपने निज निवास से चल – अचल सम्पत्ति बेचकर फ़रार हो गया था । पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा टीमों का गठन कर आरोपी रघुनंदन उर्फ रघुनी उपरोक्त की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया था तथा एसओजी टीम व सर्विलॉस टीम को भी लगाया गया था । वही इसपर 25000 / – रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था ।जिसके बाद टीमो ने मेहनत , इलेक्ट्रानिक सर्विलांस आदि के आधार पर 33 वर्षों से पैरोल से फरार 25000 हजार के इनामी सजायफ्ता को रघुनंदन उर्फ रघुनी को बुराड़ी संतनगर दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।