पवन कुमार गुप्ताः रायबरेली। डॉ. भीमराव अम्बेडकर महान स्वतंत्रता सेनानी के साथ-साथ बहुत अच्छे समाज सुधारक थे। उनके समय में भारतीय समाज कई तरह की कुरीतियों, विसंगतियों तथा विषमताओं से घिरा था। उस समाज में चेतना लाकर आजाद भारत में समता, समरसता तथा समानता की स्थापना करना चाहते थे। उनके संघर्षों और योजनाओं से इसमें सफलता मिली साथ ही साथ संविधान के माध्यम से उन्होंने वंचित लोगों को स्वाभिमान से जीने के लिए अधिकार प्रदान किया। उक्त विचार एनटीपीसी ऊंचाहार के मुख्य महाप्रबंधक कमलेश सोनी ने परियोजना में आयोजित अम्बेडकर जयंती समारोह में व्यक्त किए।
मुख्य समारोह में सबसे पहले महाप्रबंधक कमलेश सोनी तथा अन्य महाप्रबंधकों व विशिष्ट लोगों ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर के विग्रह पर माल्यार्पण किया तथा उनके प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। प्रारंभ में बच्चों द्वारा बुद्ध वंदना की गई तथा वक्ताओं ने डॉ. अम्बेडकर के जीवन दर्शन एवं उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। आवासीय परिसर के स्कूलों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुती की गई। सभी अतिथियों का स्वागत अम्बेडकर जयंती समारोह समिति की ओर से राजेन्द्र प्रसाद ने किया।अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य में स्कूली बच्चों, कर्मचारियों, महिलाओं तथा अन्य वर्गों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे ड्राइंग, निबंध, सामान्य ज्ञान के साथ-साथ अंबेडकर के जीवन दर्शन को रेखांकित करने वाली प्रदर्शनी एवं दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसके पुरस्कारों का वितरण किया गया। इसके पूर्व प्रात: स्टेडियम परिसर में अंबेडकर जयंती के उपलक्ष में खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं, बच्चों व कर्मचारियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) अरिंदम बनर्जी, महाप्रबंधक (अनुरक्षण) एस के झा, महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट) स्वप्न कुमार मंडल, महाप्रबंधक (एनएसए) अनिल कुमार डैंग, मानव संसाधन विभागाध्यक्ष वंदना चतुर्वेदी, अन्य विभागाध्यक्ष, उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन) अजय सिंह समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी, महिलाएं व बच्चे उपस्थित रहे।