आजकल सोशल मीडिया पर बिग बॉस ओटीटी के ज़रिये प्रसिद्धि हो चुकी टीवी ऐक्ट्रेस उर्फ़ी जावेद सुर्खियों का विषय बनी रहती हैं। वह अपने अजीबो गरीब पहनावे को लेकर दर्शको के बीच एक उत्सुकता का विषय बनी रहती है। ऐसी लड़कियों ने आजकल लगता है शर्म बेच खाई है। अधनंगी बीच बाज़ार या सड़कों पर फ़ोटो खिंचवाते प्रदर्शन करती रहती है। कभी बैकलैस कपड़े तो कभी सिर्फ़ ब्रा जैसे छोटे कपड़े लपेट कर खड़ी हो जाती है।
हर तरफ़ से हर अंगों का प्रदर्शन करके क्या साबित करना चाहती है? ऐसी लड़कियां दरिंदों के दिमाग में वासना का ज़हर भरती है। पुलिस को इसके ख़िलाफ़ कारवाई करके बैन कर देनी चाहिए। उनके माँ-बाप को नोटिस भेजकर अपनी बेटी को एक हद में रखने की हिदायत देनी चाहिए।
हिजाब और नकाब का समर्थन करने वाले इस्लाम धर्म से ताल्लुक रखने वाली लड़की बीच बाज़ार फटेहाल कपड़ों में अंगों का प्रदर्शन करते अपने धर्म को लज्जित कर रही है। क्यूँ उसकी ऐसी हरकतें किसीकी नज़र में नहीं आती।
उर्फ़ी ने अभी कुछ दिन पहले पेंट के साथ एक क्रॉप टॉप पहनी थी। मजे की बात यह थी की उन्होंने जो पेंट पहनी थी उसके बटन खुले हुए थे। उनके इस पहनावे के अंदाज को लेकर लोग उनको ट्रोल भी करते रहते है। लड़के निम्न कक्षा की कमेन्ट देकर नीचा दिखाते है।
इससे पहले उर्फ़ी ने कैमरे के सामने बोल्डनेस की सारी हदें पार कर दी थीं। उसने अपनी एक तस्वीर शेयर की जिसमें वह टॉपलेस नजर आईं। फोटो में देखा जा सकता है कि उर्फ़ी ने सिर्फ जींस पहनी हैं और वह बेड पर लेटी हुई दिख रही हैं। उर्फ़ी का ये बोल्ड लुक सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।क्या इनके माँ-बाप को कुछ पता नहीं होगा। कैसे अपनी लड़की को ऐसे बीच सड़क पर अधनंगी हालत में खड़े रहकर फ़ालतू बकवास के साथ फोटो खिंचवाना की इजाज़त देते है। एक बार उर्फ़ी ने इंस्ट्राग्राम पर वीडियो शेयर किया था जिसमे उन्होंने बेहद ही छोटी ड्रेस पहनी हुई थी और बाद में उन्होंने उस ड्रेस की चैन खोलना शुरू कर दिया जिसमे उनका फिगर साफ नज़र आ रहा था। कौनसी मानसिकता इसके पीछे काम करती होगी?
मशहूर होने के लिए, लाइम लाइट में रहने के लिए, पैसा कमाने के लिए या काम पाने के लिए? यह खुद को सेलिब्रेटी समझ रही है, और मिडिया वाले भी इनकी तस्वीरें खिंचने को बेताब जहाँ कहीं भी उर्फ़ी दिखती है पीछे-पीछे कुत्तों की तरह दुम हिलाते कैमरा लेकर चल पड़ते है। लड़कियों की एक गरिमा होती है, एक व्यक्तित्व होता है। बलात्कारियों को क्या दोष दें? जब कोई सरेआम खुद को निर्वस्त्र करके अंगों को परोस रही हो। ऐसी मानसिकता वाली लड़कियां समाज में गंदगी फैलाने का काम करती है। प्रसिद्ध व्यक्ति का काम समाज को सुदृढ़ और संस्कारी बनाना होता है यह अपनी प्रसिद्धि का प्रदर्शन कुछ अजीबोगरीब ढंग से कर रही है। आजकल की हीरोइनें बड़े स्क्रीन की हो या छोटे, स्क्रीन पर तो कपड़े उतारने में बिलकुल नहीं झिझकती पर उर्फ़ी ने तो हद ही कर दी, रस्ते पर तमाशा करना शुरू कर दिया है। ऐसी लड़कियां या तो दिमाग से विकृत है, या माँ-बाप के कहने में नहीं है। सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। देश में और सारे मुद्दों पर विद्रोह की मशाल लेकर निकलने वाले समाज के ठेकेदारों ज़रा इस मुद्दे पर भी गौर फ़रमाइये।
भावना ठाकर ‘भावु’ बेंगलोर