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बुनकर हथकरघा की बुनियाद हैः सत्य देव पचौरी

2017.06.17 03 ravijansaamnaकानपुर, जन सामना ब्यूरो। 45 वर्ष की आयु के बाद बुनकरों को पेंशन मुहैया करायी जायेगी। फेब इण्डिया की तर्ज पर हैण्डलूम इण्डिया बनेंगी। उत्तर प्रदेश एक उन्नति एवं उत्तम प्रदेश बनाया जायेगा। गन्दगी से बीमारी फैलती हैं सफाई रख कर सबको निरोगी बनाना हैं। बुनकर हथकरघा की बुनियाद हैं। कुटीर उद्योगों का उच्चीकरण किया जाय। उक्त उदगार आज खादी एवं ग्राम उद्योग, रेशम उद्योग, वस्त्र उद्योग, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम, उधयम एवं निर्यात प्रोत्साहन सत्य देव पचौरी ने बुनकरों को सम्बोधित करते हुए रोहतगी हॉस्पिटल के सभागार में व्यक्त किये। उन्होंने ताज मोहम्मद आदर्श नगर खेखड़ा बागपत को हैण्डलूम दरी का प्रथम, भोला नाथ मौर्या मेसर्स हैण्डलूम शिल्क उत्पा० स० स० लि० वाराणसी को साड़ी हेतु द्वितीय तथा श्रीमती शाहिदा खातून, गोरखनाथ गोरखपुर बेड कवर हेतु तृतीय, चयन समिति द्वारा चयनित राज्य स्तरीय बुनकरों को हथकरघा पुरस्कार वर्ष 2016- 17 के सर्वश्रेठ बुनकरों पुरस्कृत किया। इसीक्रम में उन्होंने वर्ष 2015- 16 के सर्वश्रेठ हफीजुर्रहमान, जलाली पूरा वाराणसी, नवाब आदर्श नगर खेकड़ा बागपत, शाहिद जमाल नयापुरा उत्तरी मुबारकपुर आजमगढ़ को भी पुरस्कृत करते हुए कहा कि रमजान का महीना मुसलमानों में पाक का महीना जाना जाता हैं हम दुआ करते हैं कि उनकी हथकरघा क्षेत्र में प्रगति और उन्नति हो, उन्होंने ने हथकरघा विभाग द्वारा मण्डल एवं जनपद स्तरीय बुनकरों को पुरस्कार प्रात करने वालो को बधाई देते हुए कहा कि अब राज्य स्तरीय तीन बुनकरों की जगह 12 बुनकरों को पुरस्कृत किया जायेगा तथा उसको अलग-अलग क्षेत्रों में बाटा गया हैं इसमें महिलाये भी अग्रणीय हैं व्यक्ति की मूल बहुत तीन आवश्यकता होती हैं रोटी कपड़ा और मकान मनुष्य के जीवन के लिए जरूरी हैं। मंत्री ने कहा कि गरीबी को कुटीर उद्योग का उत्पादन बढ़ाकर दूर किया जा सकता हैं। मऊगनीपुर में हथकरघा का बहुत बड़ा काम होता हैं हमें ऐसे क्षेत्रों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता हैं। मशीन पर काम करने वालो को दिहाड़ी कम मिलती है। हथकरघा का काम करके उन्नंति और अधिक की जा सकती हैं इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार एक नीति बना रही हैं। कपड़ा नीति में हथकरघा भी शामिल है। हैण्डलूम द्वारा निर्मित भारत के कपड़े की ख्याति दुनिया में भी हैं इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि हथकरघा बुनकर पेंशन योजना को मुख्यमंत्री हथकरघा बुनकर सम्मान योजना के नाम से संचालित किया जायेगा, जिसमें पात्रता हेतु न्यूनतम आयु सीमा को 60 वर्ष से घटा कर 45 वर्ष किया जा रहा हैं तथा इसमें वार्षिक आय की अनिवार्यता को भी समाप्त किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि हम राजनीति राष्ट्रवाद के आधार पर करते हैं, हम राजनीति सबका साथ सबका विकास के लिए करते हैं, समाज जो विकास में पिछड़ा हैं वह उन्नति करके आगे बढ़े जब तक गरीब का उत्थान नहीं होगा तब तक अगले पिछड़े की लड़ाई बनी रहेंगी हम बुनकरों का शोषण नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश में जगह जगह पर सम्मेलन किये जायेंगे जिसमें हम सभी बुनकरों की समस्याएं सुनेंगे। समाज के हर वर्ग को साथ लेकर योजनाये बनाई जा रही हैं। बुनकरों की सुनवाई करके अमली जामा पहनाया जायेगा। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत कहा कि गंदगी भी बीमारी फैलाती हैं सफाई रखकर सबको निरोगी बनाना हैं सफाई का विशेष ध्यान दिया जाये इस कार्य हेतु जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए है, कि वह सप्ताह में एक दिन अपने- अपने क्षेत्रों में जाकर जनता को जागरूक करें इस अभियान को जैसे महत्मा गाँधी ने खादी के लिए चेतना जागृत की थी इसी तरह स्वच्छता के लिए भी जनता में चेतना जागृत की जाये। इस अवसर पर आयुक्त कानपुर मण्डल कानपुर/आयुक्त एवं निदेशक हथकरघा पी० के० महान्ति ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि https://etanabanaup.in/ वेबपोर्टल का क्रियान्वयन विकास एवं प्रचार प्रसार योजना के अन्तर्गत नॉलेज पार्टनर एवं कॉल सेंटर की व्यवस्था करायी जायेगी जिसमें ई मार्केटिंग की भी सुविधा प्राप्त होगी इससे हथकरघा वस्त्रो की बिक्री और अधिक सुगम होंगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से बुनकारों को भी लाभान्वित किया जा रहा हैं यदि किसी बुनकर की कोई समस्या हो तो वह सीधे मुझसे सम्पर्क कर सकता है जिससे समस्या का तत्काल निस्तारण किया जा सकें। इस दौरान विशेष सचिव हथकरघा एवं वस्तोधोग सुखलाल भारती, प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य हथकरघा निगम तथा संबंधित अधिकारी एवं बड़ी संख्या में हथकरघा बुनकर उपस्थित थे।