सिकंदराराऊ। नगर के मोहल्ला ब्राह्मणपुरी पुरानी तहसील रोड स्थित शिशु शिक्षा मंदिर पेड़ वाले स्कूल में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के की पुण्यतिथि पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पंडित नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण करके उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। गोष्ठी की अध्यक्षता प्रधानाचार्य नरेश चतुर्वेदी ने की एवं संचालन शरद शर्मा ने किया।वक्ताओं ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी थे। वह लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद में विश्वास रखते थे। साल 1955 में पंडित नेहरू को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। पंडित नेहरू ने देश की कमान तब संभाली, जब देश भुखमरी, गरीबी और अशिक्षा जैसी अनगिनत समस्याओं से जूझ रहा था।पंडित नेहरू एक महान राजनीतिज्ञ और प्रभावशाली वक्ता होने के साथ-साथ महान लेखक भी थे। उनकी रचनाओं में ग्लिम्प्स ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री, इंडिया एंड द वर्ल्ड, द डिस्कवरी ऑफ इंडिया और और बायोग्राफी ‘टुवर्ड फ्रीडम’ प्रचलित हैं। इन सभी किताबों में द डिस्कवरी ऑफ इंडिया सबसे प्रचलित किताब है। इसकी किताब की रचना 1944 में अहमदनगर की जेल में की थी।इस अवसर पर नरेश चतुर्वेदी, श्रीकृष्ण दीक्षित ,शरद शर्मा ,विशाल पचौरी ,किशन उपाध्याय ,अनुपम तोमर ,वंदना वार्ष्णेय, निशा शर्मा, निशा नाज, निशा खान, प्रगति, मोहिनी ,अनम मलिक आदि मौजूद थे।