रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। एनटीपीसी ऊंचाहार में चल रहे बालिका सशक्तिकरण कार्यक्रम में आसपास के गांवों की प्रतिभाग कर रहीं बालिकाएं इस समय कराटे व मार्शल आर्ट्स आदि के माध्यम से आत्मरक्षा के सभी गुरों में पारंगत हो रही हैं। अभियान से जुड़ी संस्था हीरो माइंडमाइन व उनकी सहयोगी टीम ‘सेफ कैम्पस’ की फैकल्टी द्वारा बहुत सहज एवं निपुण तरीके से बच्चियों को आत्मरक्षा के सारे टिप्स समझाए जा रहे हैं और सभी नन्हीं बालिकाएं इसमें बहुत रुचि लेकर सीख रही हैं। उनके अंदर ये भावना भर रही है कि वे आत्मरक्षा के सभी गुरों को सीख कर न केवल स्वयं की रक्षा करें बल्कि प्रशिक्षण लेकर अपने परिवार तथा आसपास की बालिकाओं को भी आत्मरक्षा के लिए प्रेरित करें तथा उन्हें प्रशिक्षण दें।संसाधनों तथा अभावों के मध्य में रही ये नन्हीं बालिकाएं एनटीपीसी के द्वारा आयोजित बालिका सशक्तिकरण अभियान के सभी क्षेत्रों में जिस तरह अपनी छीपी प्रतिभाओं को बाहर निकालने में एक-दूसरे की प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, उससे एनटीपीसी का ये आयोजन स्वयं के उद्देश्य को सार्थक कर रहा है और इससे बालिकाओं के अभिभावकों के साथ-साथ आसपास के गांवों के अन्य निवासियों में एनटीपीसी के इस कार्यक्रम के प्रति रूचि व विश्वास प्रबल हो रहा है। बालिका सशक्तिकरण अभियान को गति दे रहे परियोजना प्रमुख अभय कुमार समैयार व मानव संसाधन की प्रमुख वंदना चतुर्वेदी ने सभी बालिकाओं को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एनटीपीसी का प्रयास है कि जब ये बालिकाएं प्रशिक्षण के उपरांत अपने घरों को लौटें तो सभी गुणों से परिपूर्ण एक दक्ष व सशक्त बालिका के रूप में निखरें तथा अन्य ग्रामीण बालिकाओं के लिए रोल मॉडल बन सकें।