कानपुर। उमस भरी गर्मी की वजह से उल्टी, दस्त और बुखार का प्रकोप बढ़ गया है। शहर के हैलट अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी हुई है। गुरुवार सुबह एक परिवार तीन लोगों को बासी खीर खाने के बाद हालत गंभीर हो गई। जिन्हें हैलट में भर्ती किया गया है। वहीं डायरिया, वायरल और संक्रमण जैसे मरीजों को भी ओपीडी से भर्ती करने के लिए रेफर किया गया है। पिछले 12 घंटों में हैलट में 31 मरीज भर्ती हो चुके है।
मरीजों की बढ़ती संख्या
उमसभरी गर्मी के साथ जिले में उल्टी दस्त और बुखार ने अपने पांव पसार लिए है। बड़ी संख्या में लोग बीमारी से पीडि़त होकर अस्पतालों में पहुंच रहे है। हैलट अस्पताल में ज्यादातर मरीज ग्रामीण इलाकों से रेफर होकर पहुंच रहे है। बुधवार रात से लेकर गुरुवार सुबह तक सिर्फ ग्रामीण इलाकों से करीब 21 मरीज रेफर हो कर यहां भेजे गए है। सभी में वायरल और संक्रमण के लक्षण है।
बासी खाना बना मुसीबत
डेरापुर ब्लॉक के गांव से एक ही घर के तीन सदस्यों को हालत गंभीर होने पर हैलट भेजा गया। इलाज कर रहे डॉक्टरों से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार रात तीन सदस्यों ने बासी खीर खाई थी, जिसके बाद गुरुवार सुबह तीनों की हालत गंभीर हो गई। उन्हें वहां के सीएचसी ले गए उसके बाद वहां से हैलट रेफर कर दिया गया।
ओपीडी में आए 1689
मरीज हैलट अस्पताल की ओपीडी में खबर लिखे जाने तक करीब 1689 नए पर्चे बने। इनमें जितने भी पर्चा बने डॉक्टर को दिखाने और दवा लेने में मरीजों को घंटों लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा। सबसे ज्यादा मरीज उल्टी, दस्त, बुखार और पेट दर्द से संबंधित थे। बाल रोग विशेषज्ञ के कक्षों में सर्वाधिक भीड़ रही। इन मरीजों की एक- एक डॉक्टर के सहारे इलाज की व्यवस्था होने से अधिकांश मरीजों को दवा लिखकर टरकाया गया।