ऊंचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता ।शासन ने जहां भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल कस कर अधिकारियों का तबादला कर लोगों को समुचित न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत है।वहीं दूसरी तरफ ऊंचाहार तहसील में कार्यरत तहसीलदार अजय गुप्ता के कारनामे कहीं छुपे नहीं है,इनके कारनामे दिन प्रति दिन उजागर हो रहे है।हालांकि ऊंचाहार से पूर्व तहसीलदार अजय गुप्ता सालोन में कार्यरत थे।वहां भी सदैव सुर्खियों में छाए रहते थे।जबसे ऊंचाहार तहसील पदभार ग्रहण किया है।यहां पर भी लगातार सुर्खियों में बने रहते है।बीते दिनों वकीलों ने तहसीलदार के कारनामों को लेकर वकीलों ने कार्य का बहिष्कार किया और मामले को नवागंतुक जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव के संज्ञान में भ दिया।किन्तु कार्यवाही का नतीजा शून्य रहा।तहसीलदार अजय गुप्ता का दूसरा कारनामा दैनिक समाचार पत्र के अधेड़ पत्रकार को अभद्र भाषा का प्रयोग किया।तीसरा कारनामा तहसीलदार ने समाज सेवी रामबाबू गौतम निवासी बहेरवा ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेज कर आरोप लगाया है कि 20जून 2022 की रात में तहसीदार व दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा घर पहुंच कर जाती सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अन्य साथियों से खींच कर गाड़ी में बैठा लिया और दो दिनों तक बंधक बनाए रखा था।समाज सेवी पीड़ित रामबाबू गौतम तहसीलदार से मुक्त होने के बाद आप बीती बताई और मुख्य मंत्री को शिकायती पत्र भेज कर न्याय की मांग की है।वहीं सूत्रों की माने तो तहसीलदार अजय गुप्ता की सचिवालय से अच्छी पैठ होने के कारण कोई कार्यवाही नहीं हो पाती है।शिकायती पत्र से तहसीलदार को कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।