हाथरस। आरटीआई एक्टिविस्ट एवं समाजसेवी मधु शंकर अग्रवाल ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, प्रमुख सचिव, जिलाधिकारी तथा पुलिस कप्तान को पत्र भेजकर शिकायत करते हुए कहा है कि डबल इंजन की सरकार होते हुए भी शहर में कुख्यात दबंग भूमाफिया खुलेआम बेखौफ कार्य करते हुए आमजन में भाजपा सरकार की छवि को खराब करने तथा वरिष्ठ नागरिक से जबरन भूमि का बैनामा कराने के लिए पुलिस से मिलकर उत्पीड़न कर दबाव बना रहे हैं। उन्होंने मौहल्ले से पलायन करने हेतु अनुमति मांगी है।शहर के मौहल्ला लाल वाला पेच निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट व समाजसेवी मधुशंकर अग्रवाल ने मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव व डीजीपी तथा जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान को अपना शिकायती प्रार्थना पत्र भेजकर कहा है कि मोदी जी और योगी जी की डबल इंजन सरकार होते हुए भी शहर के दबंग भूमाफिया खुलेआम बेखौफ होकर भाजपा सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि उनकी उम्र लगभग 70 वर्ष है और लाल वाला पेच में उनका जर्जर पुराना मकान व खुली भूमि का जबरन बैनामा कराने के उद्देश्य से भू-माफिया एक साल के अंदर उन पर व उनके पुत्रों के विरुद्ध तीन मुकदमे कोतवाली में दर्ज कराए गए हैं। जिनमें अभी पुलिस विवेचना प्रचलित है। शिकायती पत्र में उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके व उनके पुत्रों पर पुलिस द्वारा लगातार डरा धमका कर जमीन का बैनामा करने का अनुचित दबाव बनाया जा रहा है। जिससे भू माफियाओं को लाभ प्राप्त हो सके और उनके संवैधानिक मूल अधिकारों का जानबूझकर हनन किया जा रहा है।
शिकायत में उन्होंने यह भी कहा है कि मौहल्ला लाल वाला पेच में अन्य व्यक्तियों की भूमि के बैनामा कराने से पूर्व थाना कोतवाली शहर में अलग-अलग 5 रिपोर्ट दर्ज कराई गईं। जिसमें सभी बैनामा दर्ज होने के बाद 5 रिपोर्ट में अंतिम आख्या लगाकर केस बंद कर दिया गया तथा व्यापारियों द्वारा भूमाफियाओं के विरुद्ध शासन प्रशासन में शिकायत की गई थीं। लेकिन कोई बचाव व सुरक्षा न होकर उन पर झूठे मुकदमे लिखवा कर पुलिस से डरा धमका कर जमीन का बैनामा करा लिया गया था। भूमाफियाओं के आतंक व भय के कारण तथा पुलिस के उत्पीड़न से वह व उनका परिवार बहुत ही ज्यादा परेशान, भयभीत व दहशत में है और कभी भी कोई भी अप्रिय घटना उनके साथ हो सकती है और उनकी व उनके परिवारजनों की हिम्मत दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है एवं छोटे बच्चों पर मानसिक दबाव देखा व बर्दाश्त नहीं हो पा रहा है। उन्होंने यह भी कहा है उन्होंने दबंगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन पुलिस द्वारा चार्जशीट न्यायालय में दर्ज होकर मुकदमा विचाराधीन है और उक्त दबंग लोग सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर रिहा हैं। उन्होंने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि ऐसी स्थिति में तथा भाजपा की सरकार होते हुए उन जैसे को अपने परिवार के साथ मौहल्ले से पलायन होने को मजबूर होना पड़ेगा तथा न्याय हित में वह व उनका परिवार अपनी भूमि व जर्जर मकान लाल वाला पेच सादाबाद गेट से पलायन की अनुमति चाहता है।