कानपुर दक्षिण। कानपुर के वार्ड- 7 गोविंद नगर से गुजरने वाली नहर में सफाई के बाद निकलने वाला कूड़ा लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। नहर विभाग के अधिकारियों ने जनता की कई शिकायतों के बाद नहर की सफाई कराना शुरू कर दिया है लेकिन साथ ही साथ नहर से निकलने वाला कूड़ा सड़कों पर फैला जिससे क्षेत्रीय लोगों एवं राहगीरों का निकलना दूभर हो गया है। सड़कों पर फैले कूड़े से बदबू के कारण नहर के किनारे रहने वाले लोगों ने बताया नहर से निकलने वाली सिल्ट के से कई लोग बीमार भी हो चुके हैं और नहर विभाग के अधिकारी कूड़ा उठाने का नाम ही नहीं ले रहे एक तरफ स्वच्छ भारत मिशन के तहत अभियान चलाया जाता है तो दूसरी तरफ सड़कों पर कूड़ा डालकर गंदा किया जा रहा है। नहर पट्टी के किनारे सड़क के हाल तो बेहाल हैं लेकिन गंदे कूड़े के कारण राहगीर और जनमानस का निकलना मौत के समान हो गया है। नहर से निकलने वाला कूड़ा सड़कों पर इतना ऊंचा ढेर लगा दिया गया, क्षेत्रीय लोग अपने मकानों के दरवाजे भी नहीं खोल सकते क्योंकि हवा तेज चलने के बाद गंदा कूड़ा कचरा घरों में प्रवेश कर जाता है। अगर हल्की सी बारिश हो गई तो फिर वह नहर में चला जाएगा और नहर की सफाई करने से कोई भी फायदा नहीं होगा कई बार कूड़े के कारण लोग वाहन चलाते समय चोटिल भी हुए हैं। नहर विभाग के अधिकारी और क्षेत्रीय पार्षद गिरीश चंद्रा सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं अगर वार्ड 7 की बात की जाये गंदगी का सभी जगह अंबार लगा हुआ है। सरकार के स्वच्छ भारत मिशन को खुलेआम पलीता लगा रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों ने कहा पार्षद का जब चुनाव होता है तभी पार्षद गिरीश चंद्रा जनता की समस्याओं को सुनते हैं पार्षद बनने के बाद क्षेत्र में हो रही समस्याओं को लेकर कभी भी नहीं दिखाई देते।