पुत्र भी गया और ब्याज में पुलिस ने मुकदमा भी दिया
संवेदनहीन कोतवाल से पीड़ित परिवारी जनो में रोष
रसूलाबाद/कानपुर देहात। एक माँ जिसका 23 वर्ष का जवान बेटा कथित ट्रेन हादसे का शिकार हो गया हो जो मां सबूतों के अभाव में अभी भी यह मान रही हो कि उसका बेटा जिंदा है और उसके आरोपी के खिलाफ कार्यवाही हो । पुलिस की हीलाहवाली के बीच बेटे के आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग को लेकर परिवार वालो ने रोड पर जाम लगा दिया तब रसूलाबाद के कोतवाल शिव ठाकुर ने पुलिस कप्तान की डांट खाने के बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया । खिसियाये कोतवाल ने एक मां के दर्द को नही समझा और जाम लगाने का मुकदमा भी परिवारिजनो के खिलाफ दर्ज कर दिया ।एक तो वैसे भी परिवार बच्चे के गम में गमगीन था दूसरा उन्ही पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने संवेदनहीनता की सारी हदें पार कर दी जिससे परिवारजनो में भारी आक्रोश व्याप्त है ।
घटना विवरण के अनुसार गत 10 जुलाई को रसूलाबाद के विकास नगर वार्ड के फैजान खान उर्फ छोटू को नगर का ही प्रीतम पाल अपनी हांडा सिटी कार से झींझक ले गया और दूसरे दिन प्रीतम पाल उल्टा फैजान की मां के पास आकर कहा कि फैजान मेरी कार ले गया क्या घर आया है तो फैजान की मां ने जब ज्यादा पूंछतांछ की तो प्रीतम वहां से भाग आया और अपने परिवारीजनों को लेकर घर मे ताला बंद कर फरार हो गया तो फैजान की मां ने 11 जुलाई को थाना रसूलाबाद में आरोपी प्रीतम पाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने को लेकर प्रार्थना पत्र दिया तो कोतवाल शिव ठाकुर ने काफी न नुकर के बाद प्रार्थना पत्र बदलवाकर 12 जुलाई को मात्र गुमशुदगी दर्ज की और कोई कार्यवाही न कर शांत बैठ गए । इधर बेटे की गम से बेहाल माता पिता व परिवारी जन पुलिस की निष्क्रियता से धीरे धीरे आक्रोशित होते रहे और आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग करते रहे ।
कथित आरोपी प्रीतम पाल ने 14 जुलाई थाना रसूलाबाद में स्वयम हाजिर होकर पुलिस को बताया कि फैजान की ट्रेन से कटकर मौत हो गयी तो परिवारीजन झींझक रेलवे पुलिस के पास गए तथा वहाँ पर कपड़े चप्पल बेल्ट का कोई सबूत न पाकर फोटो से छत विक्षत शव को शिनाख्त नही किया तो मामला और पेचीदा हो गया और परिवारीजनों ने प्रीतम पाल के खिलाफ फैजान के अपरहण कर अनहोनी की आशंका व्यक्त कर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की ।कोतवाल शिव ठाकुर फैजान के परिवारी जनो को संतुष्ट करने में असफल रहे तो आक्रोशित परिवारी जनो का सब्र का बांध टूट गया और परिवारी जन अपने घर के सामने ही बल्लिया डाल कर सड़क के यातायात को अवरुद्ध कर दिया । जब जिले की कप्तान को यह जानकारी हुई कि परिवारीजन मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग को लेकर रोड जाम किये है तो उन्होंने तत्काल कोतवाल को मुकदमा दर्ज किए जाने के निर्देश दिए और मुकदमा तो दर्ज हो गया ।लेकिन कोतवाल परिवारी जनो से नाराज हो गया और उच्चाधिकारियों को गुमराह कर पीड़ित परिजनों के खिलाफ ही रोड जाम का मुकदमा दर्ज कर संवेदनहीनता की सारी हदें तोड़ दी ।
एक तो बच्चे की मौत का गम दूसरा उल्टा रोड जाम का परिवारी जनो पर मुकदमा दोनों ही कारणों से परिवारी जन बहुत ही दुखी देखे जा रहे है ।परिवारी जनो ने जनपद की पुलिस अधीक्षक से सहानुभूति पूर्वक रोड जाम का मुकदमा समाप्त कराये जाने की मांग कर संवेदनहीन कोतवाल को अविलम्ब हटाने की मांग की है । और साथ ही कथित आरोपी प्रीतम पाल 14 जुलाई से रसूलाबाद पुलिस की हिरासत में है जिसमे पुलिस अब तक कोई निर्णय पर नही पहुंच पा रही है ।जिससे मामला दिनों दिन पेचीदा होता जा है । रसूलाबाद कोतवाल ने फोन पर पत्रकारों को बताया कि प्रीतम पाल से अभी पूंछतांछ जारी है।