परियोजना के आस पास गांव में बसे ग्रामीणों के निर्माण कार्य में अधिकारी हमेशा डालते हैं बाधा
प्रबंधन के उच्चाधिकारियों की इसी उदासीनता का लाभ उठाकर प्रधान खेलते हैं ट्रंप कार्ड
रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता।एनटीपीसी परियोजना की रोशनी से जहां हजारों गांव जगमग हो रहे हैं, वहीं एनटीपीसी प्रबंधन के उच्चाधिकारियों की उदासीनता से प्रत्येक गांव से हर वर्ग का ग्रामीण परेशान है ।मामला रायबरेली जनपद के ऊंचाहार क्षेत्र में एनटीपीसी परियोजना के भूमि अधिग्रहण से संबंधित है। एनटीपीसी परियोजना के समीप बसे निरंजनपुर गांव में एक ग्रामीण अपने ही जमीन पर रहने के लिए निर्माण करा रहा था तभी शाम के समय एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना की प्रबंधन टीम और सीएसआर की टीम निरंजनपुर/सिधाई का पुरवा गांव पहुंची और ग्रामीण की जमीन पर चल रहे निर्माण कार्य को रूकवाने का आदेश दे दिया। जबकि ग्रामीण का कहना था कि एनटीपीसी द्वारा उसकी जो जमीन परियोजना के निर्माण कार्य के लिए ली गई थी उसके बाद शेष बची अपनी जमीन पर वह निर्माण करा रहा है।परंतु परियोजना प्रबंधन दो लेखपाल विनोद मौर्य और अभिषेक पाल सहित सीआईएसफ के जवानों के साथ ग्रामीण के भवन निर्माण कार्य को रुकवाने के लिए पहुंची थी तो उन्होंने रुकवा दिया। इस तरह की तत्काल कार्यवाही को गांव के अधिकांश ग्रामीणों ने एनटीपीसी प्रबंधन की दबंगई बताया है। उन्होंने कहा है कि निर्माण कर रहे ग्रामीण को लेखपाल द्वारा ही इस जमीन पर निर्माण करना जायज बताया गया है। जिसके बाद वह अपना निर्माण कर रहा है।
इस कार्रवाई के बाद से ग्रामीणों में अच्छा खासा आक्रोश है और गांव के अधिकांश ग्रामीणों की मांग है कि एनटीपीसी प्रबंधन गांव के अंदर अपनी अधिग्रहण की हुई और शेष बची हुई जमीन को चिन्हित करे और अन्य ग्रामीणों की जमीन का सीमांकन कर दे, जिससे कि ऐसी कार्यवाही की दोबारा प्रबंधन को जरूरत ही न पड़े।प्रबंधन की कार्रवाई से उठे कई सवाल
प्रबंधन द्वारा उक्त कार्रवाई किए जाने के बाद से गांव के अंदर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया है। जिसके बाद ग्रामीणों ने यह भी बताया कि प्रबंधन की इसी उदासीनता के कारण हर गांव के प्रधान को अपना एक ट्रंप कार्ड खेलने को मिल जाता है, जिसके तहत वह गांव की सरकार बनाने में कामयाब हो जाता है और राज करता है। अब ग्रामीणों कि सिर्फ एक ही मांग है एनटीपीसी प्रबंधन निरंजनपुर गांव के अंदर अपनी पूरी जमीन का चिन्हांकन कर ले और ग्रामीणों की जमीन का सीमांकन कर दे।
➡️एनटीपीसी प्रबंधन के अधिकारी अजय सिंह और सीएसआर की प्रबंधक स्नेहा ने बताया कि निर्माण की जानकारी होने पर उक्त गांव के ग्रामीण के निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया है और लेखपाल बुलाकर अगले दिन उसकी जमीन की पैमाईश कराकर उसके सुपुर्द कर दी जाएगी।