कानपुर नगर, जन सामना संवाददाता। केन्द्र सरकार के द्वारा एक प्रतिष्ठित इलेक्ट्राॅनिक न्यूज चैनल को प्रतिबंधित किए जाने के विरोध में कानपुर के पत्रकारों ने केन्द्र सरकार के कृत्य का पुरजोर विरोध किया। शनिवार को कानपुर प्रेस क्लब में शहर के पत्रकारों की आपात बैठक बुलाई गई और केन्द्र की मोदी सरकार के इस कृत्य की घोर निंदा की गयी। केन्द्र सरकार के मीडिया के लिए दमनकारी कृत्य के विरोध में सभी पत्रकारों द्वारा विरोध स्वरूप सांकेतिक धरना देने का निर्णय लिया गया।
आपको बताते चलें केन्द्र सरकार द्वारा एनडीटीवी न्यूज चैनल को आगामी 9 नवम्बर को रात्रि 12 बजे से 10 नवम्बर रात्रि 12 बजे तक यानीकि चैबीस घंटे तक होने वाले प्रसारण पर एक दिवसीय प्रतिबंध मोदी सरकार द्वारा लगा दिया गया है। इसके विरोध में आज कानपुर प्रेस क्लब द्वारा पत्रकारों की आपात बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता कानपुर प्रेस क्लब अध्यक्ष सरस बाजपेई ने की। इस मौके पर उन्होंने बताया कि केन्द्र की तानाशाही नीति के विरोध में आगामी 9 तारीख को शहर के सभी पत्रकारों द्वारा मुख पर काली पट्टी बांधकर एक घंटे का सांकेतिक धरना दिया जायेगा। वहीं अन्य वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार मीडिया को दबाना चाहती है और तानाशाही का परिचय दे रही है। इसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
इस अवसर पर कानपुर प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष हैदर नकवी, मंत्री सुनील साहू, इरफान चच्चा, सुभाषिनी अली, कार्य. सचिव अखलाक अहमद खान, डॉ.हर नारायण मिश्र, गौरी शकर भट्ट, कुशाग्र पाण्डेय, अंकित शुक्ल, अरुण अग्रवाल, रतीश त्रिवेदी, जफर इरशाद, रंजय सिंह, चन्दन जायसवाल, कमल शंकर मिश्र,रमन गुप्ता, इब्ने हसन जैदी, श्याम तिवारी, दीप त्रिवेदी, राजीव सिंह, राहुल बाजपेई, सुयश बाजपेई, अजय गुप्ता, सुनील गुप्ता, विकास दीक्षित, आलम सिद्दीकी, निखिल चैहान, अमन तिवारी, रविश वर्मा, शुभम् उपाध्याय, मोहम्मद उजैर, मो.शाहनवाज, आरुष सोनकर, शशांक शुक्ल, दीपक कुमार, अरविन्द कुमार, राजन साहू, शैलू गुप्ता, हिमांशू तिवारी, शिशुपाल, राजू भैया, नितिन गुप्ता, मनोज यादव, पंकज त्रिवेदी, अंकित पाण्डेय, अजय पत्रकार, मोहित वर्मा, केके साहू, राजीव शुक्ल, तरुण अग्निहोत्री सहित अन्य पत्रकार मौजूद रहे।