ऊंचाहार, रायबरेली। मूसलाधार बारिश के कारण जहां ऊंचाहार देहात के कई गांव जलमग्न हुए वहीं कोतवाली परिसर भी इस बारिश में जलमग्न हुआ और फरियादियों का आवागमन इसी जलभराव से होता रहा । कोतवाली परिसर में जलभराव का कारण स्पष्ट नहीं हो सका हालांकि परिसर से जल की निकासी ना होने का मूल कारण नालियों में कचड़ा जमा होना हो सकता है। कोतवाली परिसर के बगल ही नगर पंचायत का कार्यालय भी है वहां मौजूद कर्मी नगर की व्यवस्था को सुधार करने में लगे हुए थे, परंतु कोतवाली परिसर के अंदर काफी समय तक जलभराव की समस्या बनी रही।
वहीं दूसरी तरफ ऊंचाहार देहात के कई गांव की सड़कें भी जलमग्न रहीं, ग्रामीणों के घरों के सामने काफी जलभराव रहा लोग तैराक की तरह आवागमन करते रहे। यहां तक की वाहनों का आवागमन भी दुष्कर रहा। ग्रामीणों के यह हालात ऊंचाहार देहात में भ्रष्टाचार की पोल खोल रही है। गांव में बारिश के जल की निकासी के लिए कहीं भी उपयुक्त जगह नहीं है नालियां चोंक हैं, सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। ग्रामीणों ने कहा कि हर बारिश में गांव की ही दुर्दशा होती है, ग्रामीण बेबस है। बारिश के समय ग्राम प्रधान भी यहां की समस्या को देखने तक नहीं पहुंच पाते।