कानपुर। हजरत मुहम्मद (सल्ल) के पवित्र जन्मदिन 12 रबीउल अव्वल के अवसर पर 09 अक्तूबर 2022 दिन रविवार को निकलने वाला जुलूस-ए-मुहम्मदी इस वर्ष अपने एक सौ दस वर्ष पूरे कर रहा है तथा गत 75 वर्षों से नगर जमीअत उलेमा के नेतृत्व तथा तत्वावधान में उठाया जा रहा है। वर्ष 1913 में पहला जुलूस-ए-मुहम्मदी उठाया गया तब से जुलूस मानवता, राष्ट्रीय एकता एवं साम्प्रदायिक सद्भाव का पैगाम जन-जन तक पहुंचा रहा है, नगर जमीअत उलमा जुलूस-ए-मुहम्मदी के मानवता और सदभावना के संदेश का भव्य प्रचार व प्रसार करके सिसकती हुई इंसानियत के जख्मों पर मरहम रखेगी कि हजरत मुहम्मद सल्ल॰ ने अपना पूरा जीवन मानवता की भलाई के लिए वक़्फ कर दिया।
उक्त विचार जमीअत उल्मा उ॰प्र॰ के उपाध्यक्ष मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी, नगर जमीअत उलमा के अध्यक्ष डा हलीम उल्लाह खाँ ने नगर जमीयत के पदाधिकारियों के साथ आज रजबी रोड स्थित जमीयत कार्यालय जमीयत बिल्डिंग रजबी रोड में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में संयुक्त रूप से अपने बयान में व्यक्त करते हुए बताया कि कोरोना लाकडाउन के कारण गत् दो वर्षां से यह जुलूस नहीं निकल सका लेकिन इस वर्ष हमारी तैयारियां मुकम्मल हैं, जुलूस के रूट का सर्वे हो चुका है, समस्त प्रशासनिक विभागां में जानकारी दी जा चुकी है। जमीयत के कार्यकर्ता बराबर कामों में लग कर व्यवस्था को बेहतर से बेहतर बनाने में लगे हुए हैं। जानकारी दी कि जुलूस में शामिल होने वाली अंजुमनों के ज़िम्मेदारों और पार्षदों के साथ भी बैठक हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष जुलूस के रूट में मामूली सा परिवर्तन किया जा रहा है, जिसकी समय रहते जुलूस में शामिल होने वाले लोगों को जानकारी होना बेहद ज़रूरी है। इस वर्ष मेट्रो के निर्माण कार्यां के कारण जुलूस मुहम्मदी स0 अ0 व0 नवीन मार्केट की तरफ से ना निकलकर मुसाफिर खाने की तरफ से निकलकर नारायणी धर्मशाला रोड होते हुए एकता चौराहे से अपने पुराने रास्ते पर आ जायेगा। मौलाना अब्दुल्लाह क़ासमी ने बताया कि जुलूसे मुहम्मदी का अपना एक स्वर्णिम इतिहास है, जब 1913 में स्वतंत्रता संग्राम जोर व शोर से जारी था तब यह जुलूस मुहम्मदी स0अ0व0 निकलना शुरू हुआ था। इस जुलूस के द्वारा शहर कानपुर के मुसलमानों और हिन्दुओं समेत अन्य समस्त धर्म के लोग शामिल होकर आपसी एकता का प्रदर्शन करके अंग्रेजों के होश उड़ा दिये थे। तब अंग्रेजों ने हिन्दू, मुस्लिम, सिख एकता को तोड़ने के लिये साम्प्रदायिक दंगों का खेल खेलना शुरू किया लेकिन वह अपनी नापाक कोशिश व मंशा में कामयाब नहीं हो सके और कानपुर शहर का यह जुलूस मुहम्मदी स0अ0व0 लगातार अमन, इंसानियत, मुहब्बत और रवादारी व भाई चारा और एकता का पैगाम देता रहा है जो आकाये दो आलम हजरत मुहम्मद स0अ0व0 की तालीम की देन है।
प्रेस कान्फ्रेंस में जमीयत के प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी, नगर अध्यक्ष डा. हलीम उल्लाह खां, नगर उपाध्यक्ष मौलाना नुरूद्दीन अहमद क़ासमी, नगर उपाध्यक्ष मौलाना मुहम्मद अकरम जामई, सचिव क़ारी अब्दुल मुईद चौधरी, सचिव मौलाना अन्सार अहमद जामई, शारिक़ नवाब मौजूद रहे।