कानपुर। गौशाला सोसायटी के तत्वावधान में भौंती शाखा में गोवर्धन पूजा का कार्यक्रम हर्षल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर महिलाएं रंग-बिरंगे परिधान में गाय के गोबर से बने गोवर्धन पर्वत की पूजा कर रही थीं।
उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपेक्षा अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार के खादी ग्राम उद्योग मंत्री राकेश सचान व विधायक सुरेंद्र मैथानी ने गौशाला भौंती में आ कर गोवर्धन की पूजा आरती कर गिरिराज के महत्व पर प्रकाश डाला।
इस मौके पर मंत्री राकेश सचान ने संबोधन में कहा कि गोवर्धन पर्वत पूजा धार्मिक व पर्यावरण का बोध कराती है। भगवान श्री कृष्ण ने जहां एक ओर गोवर्धन पर्वत को उठाकर गोकुल की जनता को संरक्षण दिया। वहीं पर्वत की पूजा करा कर जंगलों को व पर्यावरण को बचाने का भी संदेश दिया।
श्री सचान ने कहा गोवर्धन पूजा प्रकृति के आधार के रूप में की जाती है और प्रकृति के प्रति आभार जताने का पर्व है या त्यौहार प्रकृति के मानव से सीधे सम्बन्ध का प्रतीक है। गोवर्धन पूजा का सिलसिला भगवान श्री कृष्ण के अवतार के बाद द्वापर युग से शुरू हुआ।
वहीं गोविन्द नगर विधायक सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि हिंदू पौराणिक कथाओं से सीखने योग्य जरूरी बातें हैं। वर्तमान में गोवर्धन ब्रज की छोटी पहाड़ी है किंतु इसे गिर्राज यानी पर्वतों का राजा का जाता है। बल्लभ संप्रदाय के उपाध्यक्ष उपासक देव नाथ जी का प्रकट स्थल होने के कारण इसकी मानता और बढ़ जाती है।कानपुर गौशाला सोसायटी के अध्यक्ष तिलक राज शर्मा ने संबोधन में बताया कि गोवर्धन धाम दिव्यलोक धाम है। महर्षि व्यास जी ने तो श्रीमद्भागवत में इसे आदि वृंदावन बताया। गोवर्धन गिरिराज स्वयं भगवान कृष्ण स्वरूप है भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली में उठाकर ग्वालो व गोपियों की रक्षा की साथ ही साथ या पर्व सभी को जीवन में नव ऊर्जा व बंधुत्व का संचार करता है।
इस मौके पर मुख्यरूप से सुरेश गुप्ता, कृष्ण गुप्ता बब्बू, सुबोध अग्रवाल, संतोष कुमार अग्रवाल, किशनलाल लखोटिया, श्याम कृष्ण कनोडिया, अजय मित्तल सहित नगर के गणमान्य उपस्थित रहे।