एक छात्र को दया आने पर दवा लेकर पिलाई बछडे को
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। गौ-सेवा हो या देश भक्ती छपास के लिए लोग करते है राजनीति, यह कहाबत उन लोगों पर सिद्ध होती है। जो हिन्दू संगठन, गौ-सेवक बन लोगो को भ्रमित करने का कार्य करते है। आज येसा ही मामला उस समय देखने को मिला। जब नगर के बीचो-बीेच सुभाष तिराहा पर एक गाय का बछडा अपने जीवन-मौत के बीच जूझ रहा था लेकिन किसी भी गौ-सेवक व हिन्दू संगठन के लोगो को इस की जानकारी तक नही हो सकी। फोन करने पर भी टाल मटोल करते रहे। बताते चले कि सुभाष तिराहा के समीप एक ट्रान्सपोर्ट के समीप एक गाय का बछड़ा पेट फूलने पर तड़प रहा था। जहां काफी लोगों की भीड़ लग गयी, पडोस के ही शान्ति स्वीट के अनिल यादव ने पत्रकारों को बताया कि गौ-सेवक फोटो खिचाने तो आतेे है लेकिन इस का इलाज करने के लिए कोई नही आ रहा है। वही कुछ लोगो ने हिन्दू संगठन के लोगों को फोन भी किये लेकिन कोई आतंकबाद का पुतला तो कोई फोन पर स्थान व चिकित्सक को भेजने की बात करते रहे। लेकिन उसक बछडे के पास कोई नही पहुंचा। उसी दौरान एक स्कूली छात्र राजा का ताल निवासी शिवम् ने अपने ही पैसे से दौड कर स्टेशन रोड स्थित पशु अस्पताल पहुच कर चिकित्सक से दवा लिखवाने के बाद मैडिकल से दवा लेकर अपने हाथों से उस बछडे को पिलाई , तब जाकर काफी देर बाद वह गौवंश वहा से उठकर गया। इस से सिद्ध होता है कि हिन्दू संगठन के लोग हो या गौ-सेवक केबल फोटो खिचाने तक ही सीमित है। गौसेवा को कुछ ही लोग करते है। बाकी सब दिखावा करते है।