लखनऊः जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक शनिवार को बाराबंकी के रफी अहमद किदवई मेमोरियल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे। उपमुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण से हड़कंप मच गया। उन्होंने खानपान की गुणवत्ता, साफ सफाई, दवाओं के भंडारण, चिकित्सकों की उपलब्धता का जायजा लिया। डिप्टी सीएम ने कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की।
शनिवार दोपहर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक बाराबंकी के जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले ओपीडी का निरीक्षण किया। मरीजों से बातचीत करते हुए अस्पताल की सेवाओं का हाल जाना। डिप्टी सीएम के निरीक्षण के दौरान ही एक बुजुर्ग महिला एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंची, उपमुख्यमंत्री ने उन्हें तत्काल भर्ती कराया। उन्होंने दवाओं के भंडारण, चिकित्सकों की उपलब्धता और मरीजों को दिए वाले जाने वाले खाने की गुणवत्ता परखी। भोजन ठीक न मिलने पर कैंटीन संचालक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि सरकारी अस्पताल की कैंटीन में खाने की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने सीएमएस को समय- समय पर कैंटीन परिसर का व्यक्तिगत निरीक्षण करने के निर्देश भी जारी किए। अस्पताल में साफ सफाई ना मिलने पर आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का वेतन काटने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई के मुद्दे को लेकर किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए। अस्पताल में गंदगी और लापरवाही पर अस्पताल प्रशासन को सख्त हिदायत दी।
डिप्टी सीएम ने मरीजों से पूछा कि बाहर से दवाएं तो नहीं लिखी जा रहीं। उन्होंने दवाओं के उचित भंडारण के निर्देश अस्पताल प्रशासन को दिए।
मरीजों से डॉक्टरों की कार्यशैली की जानकारी भी ली। डिप्टी सीएम ने स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था भी ठीक करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आमजन को उच्च स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। निरीक्षणों के माध्यम से अस्पतालों की कार्यशैली को परखा जा रहा है। गुणवत्ता सुधार को लेकर सतत प्रयास जारी हैं।