बागपत। शिव मन्दिर फरीदनगर में चल रही हनुमत कथा में हनुमान जी के जन्म का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। अंजनी मां के हुयो लाल भजन पर झूम झूम कर भक्तों ने जन्म की बधाईयाँ गाई।
कथा व्यास अरविन्द भाई ओझा ने हनुमत कथा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हनुमान जी भगवान शिव के अंश है इसलिए उनके जीवन में हमे शिव के समान सरलता, सहजता व सजगता ( क्रोध ) तीनों दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि जो सब में परमात्मा के दर्शन कर सेवा के कार्य करते हैं उनके यश को भगवान स्वयं बढ़ाते है। भगवान श्री राम अपनी जननी जन्मभूमि और अपने धाम के लोगों को बहुत प्यार करते है और हमें संदेश देते हैं कि हमें भी अपने गाँव को तीर्थ समझना चाहिए। अपने जीवन में भक्ति प्राप्त करना चाहते है तो हमे अपनी बुद्धि,बल,पद व परिवार के झूठे अभिमान को त्याग कर भगवान की शरण में आना चाहिए क्योंकि जहाँ जहाँ अभिमान होता है वहाँ भगवन नहीं आते। हनुमान जी भगवान और भक्त दोनों की सेवा करते हैं इसलिए भगवान श्री राम हनुमान जी को लक्ष्मण जी से दोगुना प्यार करते है। हनुमान जी ने भगवन श्री राम के नाम का निरंतर जाप कर अपने वश में कर लिया और प्रभु श्रीराम के चरणों की सेवा करते-करते हनुमान जी महाप्रभु हो गये।
हनुमान जी का जन्म संसार के मनुष्यों की बुराइयों को सुधारने के लिए हुआ और भगवान श्री राम का जन्म संसार के मनुष्यों को भवसागर से तारने के लिए हुआ है इसलिए हनुमान जी सुधारते है और श्री राम तारते है। जीवन को सुखद बनाने का साधन भक्ति ही है और भक्ति भगवान की शरणागती से प्राप्त होती है और शरणागती में आये व्यक्ति को भगवान अभय करते है।आज कथा में मुख्य यजमान के रूप में रोहित तोमर रहे। इसके अलावा मुकेश गोयल, उषा शर्मा, पुनीत गोयल, रणपाल सिंह आचार्य जी, रोहित सौलंकी, आदित्य पालीवाल, रिंकू तोमर, गौरव शर्मा, चन्दा चौहान, डिम्पल शर्मा, तुषार चौहान, राजू शर्मा आदि उपस्थित रहे।