कानपुर, जन सामना संवाददाता। भरपूर सुख-सुविधाओं और समुचित संशाधनों के माध्यम से तो कामयाबी पाने के उदाहरण तो अनेकों देखे जा सकते हैं लेकिन सीमित संशाधनों की बदौलत कामयाबी की पायदान हासिल करने वालों की संख्या कम ही दिखती है। जी हां, हम बात कर रहे हैं बर्रा-8 निवासी एक होनहार बेटी की जिसने सीमित संशाधनों व तमाम झंझावतों को झेलते हुए शहर का नाम रोशन करने का काम किया है।
बर्रा-8 के एफ ब्लाॅक निवासी आशुतोष सिंह की एक सामान्य गृहस्थी है और उनके दो बेटियां हैं- निहारिका व स्नेहा उर्फ डाॅली।
श्री सिंह की पत्नी आशा सिंह घर पर ही टेलरिंग का काम करके घर गृहस्थी में पूरा सहयोग करती हैं, उनकी बड़ी बेटी निहारिका इलाहाबाद में रहकर बीएड की शिक्षा प्राप्त कर रही है जबकि उनकी छोटी बेटी स्नेहा को खेलकूद से बेहद लगाव है। स्नेहा का साथ उनके माता-पिता भी दे रहे हैं और स्नेहा के हौंसलों को पंख लगाने का काम कर रहे हैं। इसी का परिणाम कहा जा सकता है कि स्नेहा ने तमिलनाडु के त्रिचनापल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की ‘‘सीनियर नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता’’ में प्रतिभाग कर शहर का नाम रोशन किया है।
स्नेहा सिंह ने बताया कि त्रिचनापल्ली में वल्र्ड कबड्डी फेडरेशन (डब्लू के एफ) के तत्वावधान में राष्ट्रीय स्तर का आयोजन किया गया था और यह आयोजन बिगत 6 जुलाई से 9 जुलाई 2017 तक रहा। इसमें नागालैण्ड, हिमाचल, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, हरियाणा, केरल, तेलांगना, दिल्ली सहित देश के तमाम राज्यों के कबड्डी खिलाड़ियों ने भाग लिया।
प्रतियोगिता का फाइनल 9 जुलाई को हो गया था और इसमें फाइनल तक पुरूष वर्ग में पंजाब और महिला वर्ग में हिमाचल प्रदेश की कबड्डी टीम पहुंची। स्नेहा के मुताबिक यूपी की टीम क्र्वाटर फाइनल तक ही पहुंच सकी फिर भी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश राज्य की टीम में शामिल होकर प्रतिभाग करने पर गौरवान्वित महसूस किया।
स्नेहा ने बताया कि उसने वर्ष 2013 से कबड्डी क्षेत्र में कदम रखा और टीम मैनेजर संजीव तेवतिया व कोच पूनम यादव को सफलता का श्रेय देते हुए उनके सहयोग के लिए प्रशंसा की।
बिगत दिनों जब स्नेहा सिंह प्रतियोगिता में शामिल होकर शहर आयी तो क्षेत्रीय लोगों ने बर्रा-8 के कारगिल विजय पेट्रोल पम्प पर भव्य स्वागत कर मिष्ठान वितरण कर खुशी जताई। वहीं स्नेहा के पिता आशुतोष सिंह ने कहा कि अगर सरकारें मदद करे तो मेरी बेटी मेरी ही नहीं, बल्कि देश की बेटी बन जायेगी और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में शामिल होकर देश का नाम रोशन कर सकती है।