कानपुर, अर्पण कश्यप। कानपुर थाना बर्रा क्षेत्र के नामी स्कूल सरदार पटेल पब्लिक स्कूल जो कि केशव नगर में स्थित है का मामला प्रकाश में आया जहॉ पढे़ लिखे प्रबंधक बच्चों की गलती पर उनके अनपढ़ मॉ बाप को बोलते है कि पहले तू पढ़ फिर बच्चों को पढ़ाना कह कर अभिभावकों का तिरस्कार करते है। ऐसे विद्यया मन्दिर में बच्चों को दूसरों का सम्मान करना कैसे सिखाया जा सकता है। किदवई नगर ओ ब्लाक निवासी दिनेश तिवारी अपनी पत्नी जूली व दो बेटी आराध्या 9 वर्ष दिशाजंली 4 वर्ष के साथ किराये पर रहता है व प्राईवेट गाड़ी चला कर परिवार का पालन पोषण करता है। बच्चियों का भविष्य अच्छा हो इसलिये जैसे तैसे दोनों बेटियों का दाखिला शहर के नामी स्कूल सरदार पटेल में करवाया बड़ी बेटी 5 साल से इसी स्कूल में पढ़ रही है। चूकि वो उम्र में बड़ी है जिसकी वजह से टीचरों को उस पर ज्यादा मेहनत नही करनी पड़ती पर दिशांजली 4 वर्ष की जिसे पढ़ाने में टीचरों को खासा सिरदर्द रहता है। इस वजह से टीचर मेहनत करने से बचती है। छोटे बच्चों को प्यार से नही मार के डर से पढ़ाती है दिशांजली खुद अपनी तोतली भाषा में बता रही है कि अनीता मिश्रा नाम की मैडम उसे जबरदस्ती लिखने को बोलती है। न लिख पाने पर उस छोटी मासूम को डंडो से पीटती है। जिस कारण मासूम दिशांजली ने डर की वजह से खुद ही स्कूल जाने से मना कर दिया जिसकी उलहाना लेकर दिशांजली के माता पिता स्कूल प्रबंधक के पास गये तो प्रबंधक शैलेन्द्र पटेल व गीता पटेल उल्टा ही दिनेश व जूली को अपशब्द कहने लगे गीता पटेल ने जूली से यह तक कहा कि पहले तू खुद पढ़ ले फिर बच्चों को पढ़ा और जो करना है। कर लो स्कूल प्रबंधक की दबगंई देख परिजन डरे सहमे है। वही प्रशाशन की मदद लेने के लिये शिकायती पत्र देने जा रहे है। इस मामले में प्रबंधक शैलेन्द्र पटेल का कहना है कि इस प्रकरण की जानकारी नही है पूरे मामले कि जानकारी कर जॉच करवा कर टीचर की गलती पायी जायेगी तो उचित कार्यवाही की जायेगी।