सर्दियों में हार्ट अटैक ज्यादा होते हैं क्योंकि ठंड में शरीर को गर्म रखने के लिए हृदय को दुगनी मेहनत करनी पड़ती है। सर्दियों में रक्त की कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं। इससे हृदय सुचारू रूप से काम करने में ज्यादा दबाव और दिक्कत का सामना करता है जिससे सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इस समय भारत के उत्तरी हिस्से में शीत लहर चल रही है जिसकी वजह से ठंड ज्यादा पड़ रही है और तापमान में तेजी से गिरावट हो रही है। हृदय के रोगियों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है, अस्पतालों में इतना बेड नहीं है जितनी तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं और बहुत दुख की बात है कि बहुत सारे हृदय रोगी अस्पताल ले जाने से पहले ही रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। ठंड की वजह से रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं ब्लड फ्लो में अधिक दबाव की आवश्यकता होती है और हृदय की मांसपेशियों में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलता, जिससे रक्त के थक्के बनाने लगते हैं जिससे हार्टअटैक तेजी से बढ़ता है।
आइए अब जान लेते हैं किन लोगों को सर्दियों में अपना खास ख्याल रखने की जरूरत है पहले के समय में हार्टअटैक 40 की उम्र के बाद लोगों को आता था पर आज के समय में हृदयघात आना एक 25 साल के युवक से लेकर 80 साल के वर्षों में किसी भी उम्र में पाया जा सकता है, क्योंकि प्रदूषण, तनाव और हमारी जीवन शैली बिल्कुल बदल गई है।
ठंड के मौसम में बेहद खयाल रखने की निम्न सभी को जरूरत है-
1. नवजात शिशु
2. वृद्ध
3. मोटापे से ग्रसित
4. शराब के प्रेमी
5. धूम्रपान के लती
4. मधुमेह से ग्रसित
5. उच्च रक्तचाप के रोगी
6. विटामिन डी की कमी से ग्रसित
7. बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रोल
8. किडनी रोगी
9. वैस्कुलर रोगी
10. तनाव / स्ट्रेस या अवसाद से ग्रसित, अन्य किसी गंभीर रोग से ग्रसित।
उपरोक्त सभी लोग सर्दियों के मौसम में विशेष ध्यान रखें।
शरीर में सर्दियों में तनाव और चिंता का स्तर भी बढ़ जाता है।
शरीर आपको खुद यह संकेत देता है कि आपका हृदय ठीक से काम नहीं कर पा रहा है या आपको भविष्य में हार्ट अटैक हो सकता हैद्य आप इन में से किसी भी लक्षणों को नजरअंदाज ना करें, तुरंत अपने फिजिशियन या कार्डियोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
1. सीने में दर्द
2. सांस फूलना
3. सर में हल्का पर महसूस होना
4. दिनभर थकान लगना
5. धड़कन का बढ़ जाना
5. बायीं बांह में दर्द
6. उल्टी, जलन ,जी मिचलाना
7. घबराहट रहना
8. पैरों में सूजन
9. टखनों में सूजन
10. चक्कर आना
11. सिर दर्द
12. सिर की नसों में फटन
13. अत्यधिक कमजोरी रहना
14. जी मिचलाना
15. गैस से पेट फूलना
एक बात ध्यान से अवश्य नोट करें हार्ट अटैक और पेट या गैस लक्षण बहुत मिलते-जुलते हैं। अक्सर लोग गलती कर देते हैं।
ठंड में हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय
1. आप सुबह सुबह और शाम को टहलने मत जाएं।
2. दोपहर में ही टहलें
3. घर के अंदर कमरे में ही टहलें
4. घर के कमरे में रहकर ही डांस, योग, स्ट्रैचिंग आदि कर सकते हैं
5. रेगुलर व्यायाम करें
6. भोजन में मीठा, मिर्च मसाला, रेडी टो ईट फूड जंक फूड, मसालेदार वाला खाने का परहेज रखें ।
7. नमक का इस्तेमाल कम करें
8. शरीर गर्म रखें जिससे आप हल्के-फुल्के बैठकर एक्साइज कर सकते हैं।
8. शरीर को कपड़ों की लेयर कवर करें मतलब पहले अपने आप को ले एक मोटा कपड़ा पहनने से बेहतर है कि आपका ही पतले पतले दो या 3 कपड़े पहन सकते हैं और अपने शरीर को गर्म रखते हैं।
9. सिर जरूर से ढक के रखें टोपी से या शाल से
10. पैरों में मोजे़ पहने
11. हाथों में दस्ताने पहने
12.ठंडे पानी के काम का इस्तेमाल कम से कम करें।
13. धूम्रपान और शराब का सेवन ना करें
14. अगर आप जिम के लिए सप्लीमेंट्स लेते हैं तो बंद कर दें
15. गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थ जैसे मूंगफली, सोंठ, तिल, अदरख आदि का प्रयोग करें।
16. पानी गुनगुना पिए
17. गर्म तेल से मालिश भी करवा सकते हैं
18. अपने कमरे का तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रखें हीटर या ब्लोअर की मदद से
19. ऊष्मता की अधिकता से नमी कम होने के कारण कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने के लिए ह्यूमिडिफायर का उपयोग करे।
डॉक्टर अमरीन फातिमा