आपदा के समय सेवार्थ संस्थान ट्रामा सेन्टर में आ सकती है काफी परेशानिया
कमरे छोटे व गेट छोटे से फायर बिग्रेट के लोगो को आपदा के समय होगी परेशानी
सरकारी ट्रामा सेन्टर की सुविधायें सही माने में ठीक मिली
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। विगत कुछ दिन पूर्व लखनऊ के केजीएम अस्पताल के ट्रामा सेन्टर में आग लगने से दस लोगो की मौत हो गयी थी। वही कुछ लोग झुलस गये थे, उक्त घटना को ध्यान में रखते हुए। जिला अस्पताल में फायर बिग्रेट के सीएफओ द्वारा मौक ड्रिल का कार्यक्रम किया था। अस्पताल में आग लगने पर किस तहर लोगो को बचायें नुक्से बताने के बाद। शुक्रवार को नगर मजिस्ट्रेट , सीएफओ सीएमएस, के साथ विद्युत विभाग के लोगो के साथ मिलकर नगर के सरकारी, गैर सरकारी ट्रामा सेन्टर का निरीक्षण किया गया।
विगत दस दिन पूर्व लखनऊ स्थित केजीएम अस्पताल के ट्रामा सेन्टर में अचानक भीषण आग लग गयी थी। जिसमें दस लोगो की मौत हो गयी, उक्त घटना को ध्यान में रखते हुए जनपद के सीएफओ मंगेशकुमार द्वारा जिला अस्पताल में विगत चार दिन पूर्व अपनी टीम को लेकर अस्पताल के लोगो के साथ मौक ड्रिल करते हुए अस्पताल प्रशासन को आपदा के समय मरीजों तीमारदारों के साथ खुद को कैसे बचाया जा सकता है। फायर यन्त्रों को चालने का भी अनुभाव दिया, इतना ही नही कुछ लोगो को अपने हाथों से चलवाया भी। इतना ही नही सीएफओ मंगेश कुमार द्वारा नगर मजिस्टेªट शीतला प्रसाद , सीएमएस अजय अग्रवाल, डा0 आलोक कुमार, सीओ सिटी डा0 अरूण कुमार के साथ नगर के सेवार्थ संस्थान निजी ट्रामा सेन्टर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्राईवेट ट्रामा सेन्टर के पीके जिन्दल के साथ ट्रस्टी पदाधिकारी मौजूद रहे। सीएफओ ने बताया कि निजी ट्रामा सेन्टर में कमरे छोटे है वही गेट भी छोटे है, फायर यन्त्रों का भी प्रयोग करने पर परेशानी आ सकती है। आपदा के समय काफी परेशानी का सामना करना पडेगा। सही माने से अस्पताल का रख रखाव ट्रस्ट के लोगो द्वारा नही किया जा रहा है। प्राईवेट ट्रामा सेन्टर के बाद सरकारी ट्रामा सेन्टर को देखा गया। मैदान खुला है कमरे भी बडे है आगे पीछे से गैलरी होने से आपदा के समय काफी सुविधायें मिल सकती है। वही अग्नि यन्त्रों का भी रख रखाव सही माने में ठीक पाया गया।