कानपुर, अर्पण कश्यप। बर्रा थाना के अंतर्गत तात्यातोपे नगर निवासी जितेन्द्र शर्मा अपनी पत्नी श्रीबाला, बेटे शुभम, गोलू व बेटी शीनू के साथ मकान के निचले हिस्से में रहते हैं। उनके मकान के पीछे उत्तम शर्मा रहते हैं और उन्नाव की जेल में पैरोकार के पद पर कार्यरत हैं।
बताया गया कि कल शाम जितेन्द्र शर्मा का बेटा शुभम अपने दोस्तो के साथ मैच खेल रहा था। तभी बाल दबंग दरोगा उत्तम शर्मा के घर के पास चली गयी जिसे लेने शुभम जैसे ही उत्तम के घर के पास गया तो नशे की हालत में उत्तम ने शुभम को गाली बकने के साथ ही दो तमाचे भी मार दिये जिससे रोता हुआ शुभम अपने घर जाकर पूरी बात बतायी। जिससे आक्रोशित शुभम के घर वाले व ऊपर किराये पर रहने वाले चून्नू व समीर भी साथ सिपाही के पास उलाहना देने गये। इसके बाद नशेबाज सिपाही का नशा सिर पर चढ़ गया और सबको लाठी लेकर दौड़ा दौड़ा कर पीटा। इसके बाद पीडित बर्रा थाने अपनी शिकायत लेकर पहुचे तो दबंग सिपाही थाने में पहुच गया व पीड़ित पर उल्टा मुकदमा लिखने का दबाव बना लिया। नतीजन मेडिकल कराने के बजाय उल्टा पीड़ित को ही जेल भेज दिया। दबंग सिपाही के खिलाफ मुकदमा लिखाने का प्रयास इतना बुरा लगा कि दबंग सिपाही कानपुर कचहरी पहुच गया और वहां पर जितेन्द्र व उसके किरायेदारों को अपने सहयोगियों के साथ मिलकर दौड़ा दौड़ा कर पीटा।
पीड़ित की पत्नी श्रीबाला का कहना है कि बर्रा थाने में तैनात ओमवीर ने पैसा लेकर तीन बार तहरीर लिखवाई व फाडी थी और अपने मुताबिक कार्रवाई की।