स्थानीय कोषागार कानपुर हेड आफिस स्थानान्तरित
कानपुर/घाटमपुर, शीराजी। प्रशासनिक लापरवाही के चलते स्थानीय तहसील कोषागार में रखे लाखों रूपये मूल्य के स्टाम्प भीगकर बर्बाद हो गये। तहसीलदार की संस्तुति पर जिलाधिकारी ने घाटमपुर कोषागार में रखे लगभग तीन करोड़ रूपये मूल्य के स्टाम्प व 15 नग बहुमूल्य वस्तुएं बीती 15 जुलाई को बड़े बाबू बलराम यादव व खजांची दिलीप कुमार बाजपेई की अभिरक्षा में कानपुर कोषागार के लिए स्थानान्तरित कर दिये गये थे। नायब तहसीलदार मौजीलाल ने बताया कि कोषागार की छत जीर्ण-शीर्ण होने व जलभराव के चलते लगभग 20 लाख रूपये मूल्य से ज्यादा के स्टाम्प भीगकर बर्बाद हो गये है। तहसीलदार शशिभूषण मिश्रा का कहना है कि उन्होने अभी एक सप्ताह पूर्व ही तहसील का चार्ज लिया है। इसलिए कोषागार की विस्तृत जानकारी नही है। स्टाम्प वेण्डर राघवेन्दर सिंह का कहना है कि तहसील में कुल चैदह स्टाम्प वेण्डर है। यहाॅ प्रतिदिन 15 से बीस लाख रूपये मूल्य के स्टाम्प बिकते है। जिसके लिए कानपुर दौड़ लगानी पड़ती है। कई बार जेब कटने से वेण्डरोें को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। तहसील की नई बन रही बिल्डिंग में स्टांग रूम न होने से कोषागार की उम्मीद खत्म हो गई है। जिससे वेण्डरों में आक्रोश व्याप्त है।