कानपुर देहात। जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी चन्द्र भूषण सिंह के मार्गदर्शन में ब्लॉक बाल संरक्षण समिति एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बैठक ब्लॉक झींझक में रमेश कुमार, उप जिलाधिकारी डेरापुर की अध्यक्षता में एवं ब्लॉक सरवनखेड़ा में उमाशंकर सिंह, खण्ड विकास अधिकारी की अध्यक्षता में ब्लॉक सभागार में आहूत की गयी। रमेश कुमार, उप जिलाधिकारी डेरापुर द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढाओ पर चर्चा करते हुये कहा गया कि बेटियाँ हर एक क्षेत्र में बराबर की सहभागिता निभा रही है लेकिन फिर भी समाज के कुछ क्षेत्रों में जागरूकता की कमी के कारण उन्हें वे अधिकार नहीं मिल पाते जो उन्हें मिलने चाहिए, उनके साथ भेदभाव किया जाता है। समाज के कुछ क्षेत्रो में होने वाले इस भेदभाव को दूर करने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। कमलेश कुमार, खण्ड विकास अधिकारी द्वारा नारी सुरक्षा सम्मान स्वावलंबन में कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया साथ ही मु0 कन्या सुमंगला योजना के लाभार्थियों के आवेदन कराये जाने हेतु कहा गया। उमाशंकर सिंह खण्ड विकास अधिकारी द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना पर चर्चा करते हुये सभी आगनबाड़ी कार्यकत्रिओं एवं सचिवो को निर्देशित किया कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी ग्राम पंचायतो में कार्यक्रम का आयेाजन किया जाये साथ ही सम्बन्धित ब्लॉक के सी0एच0सी0 और पी0एच0सी0 में कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम का आयोजन भी कराया जाये इसी के साथ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं एवं बाल विवाह के संबंध में शपथ भी दिलाई गई। श्रीमती अनामिका मिश्रा, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति द्वारा किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम) 2015 नियमावली 2016 के अन्तर्गत बाल कल्याण समिति व किशोर न्याय बोर्ड द्वारा देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों की देखरेख, संरक्षण, उपचार, विकास और पुनर्वास और उनकी मूलभूत आवश्यकताओं तथा संरक्षण के विषय में, पाक्सो यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण करने संबंधी अधिनियम 2012, बाल विवाह संबंधी कानूनी प्रावधान के बारे में एवं बाल विवाह से होने वाले नुकसान के बारे बताया गया। बैठक में महिला कल्याण विभाग मे संचालित समस्त योजनायें जैसे प्रवर्तकता कार्यक्रम, फॉस्टर केयर योजना, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड), उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य), घरेलू हिंसा से पीडित महिलाओं को आर्थिक एवं कानूनी सहायता आदि के बारे मे बताया गया एवं आपातकालीन सेवायें जैसे 181,1090,112 ,1098,1076 आदि के बारे में जागरूक किया गया। बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी, थाने से बाल कल्याण अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक पंचायत अधिकारी, जिला प्रोबेशन कार्यालय से महिला कल्याण अधिकारी, जिला समन्वयक, सामाजिक कार्यकर्ता तथा सम्बन्धित ब्लॉक की महिलाये एवं पुरूष आदि उपस्थिति रहे।