मथुरा ;श्याम बिहारी भार्गव। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा बीएन पोददार इंटर कॉलेज के मैदान में विशाल ईट राटइ मेला का आयोजन किया गया तथा मेले में विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनियां भी लगाई गई। प्रातः 09 बजे मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना द्वारा हरी झण्डी दिखा कर प्रभात फेरी का शुभारंभ किया गया। प्रभात फेरी बीएन पोददार से लेकर होलीगेट और वापस बीएन पोददार इंटर कॉलेज में समापन हुआ। प्रभात फेरी में आंगनबाड़ी कार्यकत्री, एनसीसी, सिविल डिफेंस, स्कूली छात्र छात्राओं एवं अन्य विभागों द्वारा प्रतिभाग किया गया, जिसमें मोटे अनाज के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। प्रभात फेरी में अपर जिलाधिकारी प्रशासन, सिटी मजिस्ट्रेट , सहायक आयुक्त खाद्य डॉ0 गौरी शंकर सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
ईट राइट मेला/मिलेट मेला का शुभारम्भ मा0 विधायक गोवर्धन मेघश्याम सिंह, बल्देव पूरन प्रकाश, मांट राजेश चौधरी, जिलाध्यक्ष मधु शर्मा एवं डॉ0 मुकेश आर्यबन्धु द्वारा किया गया। शुभारम्भ के पश्चात माननीयों ने मेले में प्रदर्शित विभिन्न मथुरा के प्रतिष्ठित रेस्टोरेंट, स्वीट भण्डार एवं अन्य दुकानदारों के द्वारा मोटे अनाजों से बनाये गये विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का अवलोकन किया गया तथा सभी दुकानों के व्यंजनों का स्वाद लिया गया। कार्यक्रम में ब्रजवासी स्वीट, राधिका स्वीट, रमन मिष्ठान, हीरा स्वीट, राहुल बैकर्स, अक्षय पात्र, होटल विंगस्टन, होटल निधिवन आदि द्वारा स्टॉल लगाकर अपने अपने व्यंजनों का प्रदर्शन किया। अक्षय पात्र संस्था द्वारा जनपद मथुरा में सभी सरकारी स्कूलों में 10 हजार बच्चों को बाजरा मक्का युक्त पफ नमकीन तथा 11 हजार बच्चों को बाजरा युक्त तहरी का भोजन दिया गया।
माननीय विधायकों ने कहा कि खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) भी पूरे कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारत के प्रस्ताव पर 72 देशों के समर्थन के बाद संयुक्त राष्ट्रसंघ ने साल 2023 को अर्न्तराष्ट्रीय पोषण अनाज वर्ष घोषित कर दिया है। पूरी दुनिया में भारत ही मोटे अनाजों का सबसे बड़ा उत्पादक है। मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, कुटकी, कोदो आदि अनाजों में प्रोटीन, वसा, लौह, रेशा, कैल्शियम, जिंक आदि की भरपूर मात्रा रहती है, जो हमें स्वस्थ्य रखती है। इसके नियमित सेवन से शरीर में इम्युनिटी बढ़ती है तथा हमें कई रोगों से परे रखती है। आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी 12 जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों को जोड़ने की एक प्रक्रिया चावल फोर्टिफिकेशन, एनीमिया की चुनौती को दूर करने के लिए एक प्रभावी निवारक है। उन्होंने कहा कि एनीमिया को दूर करने के लिए एक प्रभावी हस्तक्षेप के रूप में फोर्टिफाइड चावल की प्रभावकारिता को साबित किया है। जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम बनाने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है।
मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, रागी/मडुआ, सांवा, कुटकी, कोदो, कंगनी आदि स्वास्थ्य के लिए अतिमहत्वपूर्ण है और विभिन्न बीमारियों को दूर करता है। इन अनाजों के सेवन से व्यक्ति हष्टपुष्ट तथा बच्चों में विभिन्न प्रकार की पोषणयुक्त कमियां दूर हो जाती है। इन फसलों को उगाने से कृषकों को भी लाभ होता है तथा कम पानी में फसल तैयार हो जाती है। कार्यक्रम में फोर्टिफिकेशन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक किया गया, सेव फूड-शेयर फूड के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया गया। बाल विकास पुष्टहार विभाग की नाटक मण्डली द्वारा मोटे अनाज के प्रति जागरूकता को लेकर नाटयमंचन किया गया।
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा अपने अपने स्टॉल लगाये गये, जिसमें चिकित्सा, यूनानी आर्युवेदिक एवं आयुष, आपूर्ति, कार्यक्रम, कृषि, उद्यान, दुग्ध विकास, ग्रामोद्योग, पंचायतीराज, सहकारिता एवं एफएसडीए द्वारा मिलेट एवं अपमिश्रण फोर्टिफिकेशन के स्टॉल लगाये गये। कार्यक्रम में अपर नगर आयुक्त क्रान्ति शेखर सिंह, सहायक आयुक्त खाद्य डॉ0 गौरी शंकर, उपकृषि निदेशक रामकुमार माथुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी अभिनव मिश्र, डीपीआरओ किरन चौधरी, जिला कृषि अधिकारी अश्वनि कुमार, डीएसओ सतीश मिश्रा द्वारा अहम भूमिका निभाई गई।