Saturday, November 16, 2024
Breaking News

कांग्रेसियों ने मनाई स्व. कर्पूरी ठाकुर की जयंती

फिरोजाबाद। जिला कांग्रेस कमेटी के घर संसार कार्यालय पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई। इस मौके पर जिलाध्यक्ष संदीप तिवारी ने कहा समाजवादी विचारधारा के स्व. कर्पूरी ठाकुर का सारा जीवन गरीब, पिछड़े, असहाय लोगों के कल्याण के लिए निकला। उनके द्वारा भारतीय राजनीति को बहुत कुछ दिया। 1977 में कर्पुरी ठाकुर ने बिहार के वरिष्ठतम नेता सत्येन्द्र नारायण सिन्हा से नेतापद का चुनाव जीता और राज्य के दो बार मुख्यमंत्री बने। लोकनायक जयप्रकाश नारायण एवं समाजवादी चिंतक डा. राम मनोहर लोहिया इनके राजनीतक गुरु थे। इस मौके पर कुसुम सिंह (पीसीसी सदस्य), जिला उपाध्यक्ष मनोज भटेले, अनिल कुमार, भूरा फारुखी, अरशद, रामकुमार रावत, सलमान, रोहित यादव, अखिलेश शर्मा, प्रशांत अग्रवाल, दीपक आदि मौजूद रहे।

Read More »

बालिकाओं ने दिया बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ का संदेश

फिरोजाबाद। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर उच्च प्राथमिक विद्यालय कटरा पठानान लेबर काॅलोनी में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ सुमित्रा देवी डिग्री कॉलेज के डायरेक्टर प्रखर गुप्ता ने दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम में बालिकाओं ने बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुती, मार्मिक कविताएं, नुक्कड़ नाटक आदि मनमोहक प्रस्तुतियां दी। छात्राओं ने प्रस्तुती के माध्यम से कहा कि कब तक उनको बेटी समझ कर उनकी उपेक्षा की जाती रहेगी। आज किसी भी क्षेत्र में बेटियां बेटों से कम नहीं है, तो अब समय आ गया है कि समाज में उनको भी बेटों के बराबर अधिकार मिले और एक बेटी के जन्म पर कोई भी परिवार निराश ना हो।

Read More »

कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर शिक्षा, खेल व स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे छात्रों को किया सम्मानित

फिरोजाबाद। राज्य कर्मचारी महासंघ ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती विकास भवन सभागार में मनाई। इस अवसर पर शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे छात्रों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि जगबीर सिंह, वरिष्ठ अतिथि अरविंद राजपूत, सत्येंद्र कुमार और जगदीश प्रधान ने कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर अरविंद राजपूत ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर गरीबों के मसीहा थे। वहीं शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे छात्रों को राज्य कर्मचारी महासंघ द्वारा सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में आर्यन, अजय, शालू सिंह, रुचि, शिवम, गौरव, अंजलि कुशवाह, शिवानी, निशा, सुशांत, रवि प्रताप, भव्या, सुमित कुमार, रोहित आदि रहे।

Read More »

विद्यार्थी और तिवारी को ‘स्वतन्त्रता सेनानी रामचन्द्र नन्दवाना स्मृति सम्मान’

⇒समाज और साहित्य को जोड़ने वाले आयोजन जरूरी – प्रो अरुण चतुर्वेदी
चित्तौड़गढ़। राष्ट्रीय आंदोलन को समग्रता में देखे जाने की जरूरत है जिसने स्वतन्त्रता के साथ सामाजिक संघर्ष भी किया। आज हम एक नाजुक दौर में हैं जहां बहुत सी पहचानों को मिटाने का काम हो रहा है। सुप्रसिद्ध समाज विज्ञानी प्रो अरुण चतुर्वेदी ने महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्याल में आयोजित स्वतन्त्रता सेनानी रामचन्द्र नन्दवाना स्मृति सम्मान समारोह में कहा कि आज इतिहास लेखन के मन्तव्यों और राजनैतिक निहितार्थों पर बहस है। आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए उन्होंने प्रो बजरंग बिहारी तिवारी की किताब को महत्त्वपूर्ण बताते हुए कहा कि दलित अवहेलनाओं का जैसा दस्तावेजीकरण होना चाहिए वह नहीं हो पाया लेकिन साहित्य के इस काम से समाज विज्ञानों को सीखना चाहिए। उन्होंने संभावना संस्थान के इस आयोजन को यादगार बताते हुए कहा ऐसी वार्ताएं जो समाज और साहित्य को जोड़ती हैं, होती रहनी चाहिए।

Read More »

नरेंद्र मोदी पर बीबीसी डॉक्यूमेंट्रीः भाजपा को मिला ए के एंटोनी के बेटे का साथ

राजीव रंजन नाग: नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री को लेकर उठे विवाद में मंगलवार को भाजपा को अप्रत्याशित हलकों से समर्थन मिला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने फिल्म पर आपत्ति जताई। अनिल एंटनी ने अपनी पार्टी और नेता राहुल गांधी से अलग रुख अपनाते हुए ट्विटर पर एक संदेश में कहा कि भारतीय संस्थानों पर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर के विचारों को रखना देश की संप्रभुता को ‘कमजोर’ करेगा।
एक टीवी चैनल से बात करते हुए, एंटनी ने कहा कि उन्हें गांधी सहित कांग्रेस पार्टी में किसी के साथ ‘कोई समस्या नहीं’ है, लेकिन ‘हमारी आजादी के 75 वें वर्ष में, हमें विदेशियों या उनके संस्थानों को हमारी संप्रभुता को कम करने या चलाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।’
यह टिप्पणी उसी दिन आई जब राहुल गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान जम्मू में संवाददाताओं से बात करते हुए भारत में डॉक्यूमेंट्री को ऑनलाइन साझा करने से रोकने के सरकार के प्रयासों पर सवाल उठाया। ‘यदि आपने हमारे शास्त्रों को पढ़ा है, यदि आपने भागवत गीता या उपनिषदों को पढ़ा है … आप देख सकते हैं कि सच्चाई हमेशा सामने आती है। आप प्रतिबंध लगा सकते हैं, आप प्रेस को दबा सकते हैं, आप संस्थानों को नियंत्रित कर सकते हैं, आप सीबीआई का उपयोग कर सकते हैं।’ ईडी (प्रवर्तन निदेशालय)… लेकिन सच तो सच होता है।

Read More »

निबंध प्रतियोगिता में विजेता को कोतवाल व विधायक ने किया सम्मानित

सलोन, रायबरेली। सलोन में आज एक निबंध प्रतियोगिता में भाग लिए हुए बच्चों को सलोन कोतवाल ने प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया है। बता दें कि सलोन कोतवाल बृजेश राय ने ब्लॉक स्तर पर एक निबंध प्रतियोगिता कराई थी। जिसमें सलोन ब्लॉक के कई स्कूल के बच्चों ने भाग लिया था। जिनको आज कोतवाल ने सलोन विधायक अशोक कोरी व सलोन एसडीएम शालिकराम, क्षेत्राधिकारी अमित सिंह के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया । इस प्रतियोगिता में सलोन ब्लाक के न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल बगहा सिटीजन इंटरमीडिएट कॉलेज सलोन सर्वोदय इंटरमीडिएट कॉलेज सलोन ,निमिषा कन्वेंट स्कूल मटका पूर्व माध्यमिक विद्यालय सलोन, व सर्वोदय पीजी कॉलेज के बच्चों ने भाग लिया। इस निबंध प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल के बच्चे व अध्यापकों ने निबंध प्रतियोगिता पास कर प्रशस्ति पत्र प्राप्त किया । यह निबंध नशा, मोबाइल व पुलिस पर लिखना था। वहीं इस निबंध प्रतियोगिता में अध्यापकों ने भी हिस्सा लिया । जिसमें न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य कामाक्षा सिंह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर कन्या जूनियर विद्यालय की प्रधानाचार्य साधना शर्मा को भी उनके सराहनीय एवं प्रशंसनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया एवं प्रशस्ति पत्र भी दिया। साथ ही प्रतियोगिता का महत्व बताते हुए कहा कि आज हमारा समाज गलत दिशा में जा रहा है, जिसको सही दिशा में लाने की जिम्मेदारी हमारी आपकी है। उन्होंने कहा कि यदि बात किया जाए मोबाइल की तो मोबाइल का जहां उपयोग होना चाहिए वहां उससे ज्यादा दुरुपयोग हो रहा है ।

Read More »

बागपत में अमूल दूध डेयरी करेगी 800 करोड़ का निवेश

विश्व बंधु शास्त्रीः बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत में जनपद स्तरीय एक दिवसीय इन्वेस्टर सम्मिट बागपत का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने आयोजन का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि बागपत जनपद नए यूपी का ग्रोथ इंजन बनेगा।
जिलाधिकारी राजकमल यादव ने बताया कि बागपत इन्वेस्टर सम्मिट में 7000 करोड़ का निवेश किया जाएगा जिसमें निवेशकों ने एमओयू साइन किया है। इसके साथ ही बागपत में गुजरात की अमूल डेयरी 800 करोड़ का निवेश करेगी। इससे किसानों की आय बढ़ेगी और रोजगार के अवसर खुलेंगे। उन्होंने बताया, अमूल प्लांट से जनपद के करीब 600 लोगों से अधिक को रोजगार प्राप्त होगा। सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने कहा बागपत बेमिसाल बागपत बन रहा है, जिसमें 5 राष्ट्रीय राजमार्ग और दो समांतर राष्ट्रीय राजमार्ग बागपत जनपद से होकर गुजरते हैं। बागपत विकास के क्षेत्र में निरंतर तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। जनपद की कानून व्यवस्था में पूर्ण रूप से सुधार हुआ है और यहां पर व्यापार करने के लिए कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। बागपत जनपद में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। जिला प्रशासन व्यापारियों के सम्मान व निवेशकों के उत्थान के लिए और जनपद में रोजगार के लिए प्रशासन अनवरत रूप से कार्य कर रहा है।

Read More »

उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर जन कल्याणकारी योजनाओं का किया बखान

फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस 2023 के अवसर पर जनपद में भव्य कार्यक्रम आयोजित किये गये इन कार्यक्रमों के द्वारा जहाँ शासन की जन कल्याणकारी योजनायें, नीतियों व उपलब्धियों से अवगत कराया गया वहीं सूचना विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी के माध्यम से उत्तर प्रदेश की स्थापना के इतिहास एवं संस्कृति से भी आम जन को परिचित कराया गया। उत्तर प्रदेश दिवस समारोह का मुख्य तीन दिवसीय कार्यक्रम विकास भवन परिसर में आयोजित किया गया है, जिसका जिलाधिकारी रवि रंजन व मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने फीता काट कर शुभारम्भ किया। जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने विभिन्न विभागों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी व स्टॉलों पर पहुँच कर उनके बारें में जाना। निवेश एवं रोजगार से जुड़ी हुई स्टॉलों पर समावेशी विकास के लिये व रोजगार के लिये प्रेरित किया। सूचना विभाग द्वारा लगायी गयी उत्तर प्रदेश राज्यकीय अभिलेखागार से अधिकृत डेटा पर आधारित प्रदर्शनी पांडाल पर पहुँच कर अंग्रेजी शासन काल से उत्तर प्रदेश के विभिन्न नाम, उत्तर प्रदेश का प्रादेशिक विस्तार व उत्तर प्रदेश की संरचना जिसके अन्तर्गत फोर्ट विलियम बंगाल क्षेत्र 1775 से 1833 तक उसके उपरान्त फोर्ट विलियम बंगाल का विभाजन बंगाल प्रेसीडेन्सी व आगरा प्रेसीडेन्सी 1834, आगरा प्रेसीडेन्सी का नाम नार्थ वेस्टर्न प्राविंसेज रखा गया तथा इसकी राजधानी इलाहाबाद से आगरा 1836 स्थानान्तरित कर दी गयी। नार्थ वेस्टर्न प्राविंसेज की राजधानी आगरा से पुनः आगरा से इलाहाबाद 1858 कर दी गयी, नार्थ वेस्टर्न प्राविंसेज एण्ड अवध 1877 यूनाईटेड प्राविंसेज ऑफ आगरा एण्ड अवध 1902, यूनाईटेड प्राविंसेज ऑफ आगरा एण्ड अवध का नाम बदल कर 1937 में बदल कर यूनाईटेड प्राविंसेज रखा गया, यूनाईटेड प्राविंसेज से 24 जनवरी, 1950 को बदलकर उत्तर प्रदेश रखा गया। इस उत्तर प्रदेश के प्रादेशिक विस्तार व उत्तर प्रदेश संरचना को लोगों ने खूब पड़ा और जानकारी प्राप्त की।

Read More »

एमीनिया जीतने के लिए गंभीरता से करना होगा काम, एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

हमीरपुर। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य और बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से मंगलवार को टीबी सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रशिक्षण में आरबीएसके टीम, शिक्षा विभाग और बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के जिम्मेदार लोगों ने प्रतिभाग किया। इस प्रशिक्षण में मुख्य रूप से किशोर-किशोरियों और महिलाओं को एनीमिया की अवस्था से मुक्त कराने पर चर्चा हुई।
प्रशिक्षण में आरबीएसके के नोडल अधिकारी डॉ.महेशचंद्रा ने बताया कि जनपद में 15 से 19 साल की किशोरियों में एनीमिया की समस्या है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 वर्ष 2019-21 के अनुसार जनपद में 49.07 प्रतिशत किशोरियां एनीमिया से ग्रसित हैं। इस अवस्था में सुधार लाने को लेकर राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित हो रहा है। कक्षा 6 से 12वीं तक के किशोर-किशोरियों को सप्ताह में एक दिन सोमवार को विद्यालय में आयरन फोलिक एसिड की नीली टेबलेट खिलाई जाती है। उन्होंने प्रशिक्षण में निर्देश दिए कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि गोली मिड डे मील के बाद ही खिलाएं। जो किशोरियां विद्यालय नहीं जाती हैं उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से वीएचएनडी के दिन गोली खिलाएं। इसके अलावा प्राइमरी स्तर पर बच्चों को गुलाबी रंग की आयरन फोलिक एसिड की गोली खिलाई जानी है।

Read More »

बालिकाओं की सुरक्षा है हर व्यक्ति की जिम्मेदारी

देश की बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने तथा समाज में बालिकाओं के साथ होने वाले भेदभाव के बारे में बालिकाओं के साथ-साथ समस्त देशवासियों को भी जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 24 जनवरी को ‘राष्ट्रीय बालिका दिवस’ मनाया जाता है। परिवारों में बेटा-बेटी के बीच भेदभाव और बेटियों के साथ परिवार में प्रायः होने वाले अत्याचारों के खिलाफ समाज को जागरूक करने के लिए देश की आजादी के बाद से ही प्रयास होते रहे हैं। हालांकि एक समय ऐसा था, जब अधिसंख्य परिवारों में बेटी को परिवार पर बोझ समझा जाता था और इसीलिए बहुत सी जगहों पर तो बेटियों को जन्म लेने से पहले ही कोख में ही मार दिया जाता था। यही कारण था कि बहुत लंबे अरसे तक लिंगानुपात बुरी तरह गड़बड़ाया रहा। यदि बेटी का जन्म हो भी जाता था तो उसका बाल विवाह कराकर उसकी जिम्मेदारी से मुक्ति पाने की सोच समाज में समायी थी। आजादी के बाद से बेटियों के प्रति समाज की इस सोच को बदलने और बेटियों को आत्मनिर्भर बनाकर देश के प्रथम पायदान पर लाने के लिए अनेक योजनाएं बनाई गई और कानून लागू किए गए। उसी का नतीजा है कि अब बालिकाएं भी हर क्षेत्र में बेटों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। आज लगभग हर क्षेत्र में बालिकाओं की भी हिस्सेदारी है और अब तो वे सेना में भी अपना पराक्रम दिखा रही हैं।
बालिका शिक्षा के महत्व, उनके स्वास्थ्य तथा पोषण के बारे में जागरूकता फैलाने और बालिका अधिकारों के बारे में समाज को जागरूक बनाने के लिए वर्ष 2008 में बाल विकास मंत्रालय द्वारा हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया गया था और पहली बार साल 24 जनवरी 2009 को देश में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। 24 जनवरी को ही यह दिवस मनाए जाने की शुरूआत के पीछे प्रमुख कारण यही था कि वर्ष 1966 में इसी दिन आयरन लेडी के रूप में विश्वविख्यात हुई इंदिरा गांधी भारत की पहली प्रधानमंत्री बनी थी। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य भारत की बालिकाओं को सहायता और अवसर प्रदान करते हुए उनके सशक्तिकरण के लिए उचित प्रयास करना है। बालिकाओं की स्थिति में सुधार लाने के लिए आजादी के बाद से ही सरकारों ने निरन्तर कदम उठाए हैं। समाज में लड़का-लड़की के भेदभाव को खत्म करने के उद्देश्य से ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, लड़कियों के लिए मुफ्त अथवा रियायती शिक्षा, कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों में महिलाओं के लिए आरक्षण जैसे अनेक अभियान और कार्यक्रम शुरू किए गए। ऐसे ही प्रयासों का नतीजा है कि आज लगभग हर क्षेत्र में बालिकाओं को बराबर का हक दिया जाता है लेकिन फिर भी समाज में उनकी सुरक्षा के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना शेष है।

Read More »