Sunday, May 5, 2024
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सर्राफा व्यापारी के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग

2017.03.29 04 ravijansaamnaमक्खनपुर में दूसरे दिन भी बंद रहा बाजार
आरोपित एसओ की तैनाती पर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के लगाये आरोप
व्यापारियों ने किया अनिश्चितकालीन बंद का ऐलान
रात कैण्डिल मार्च में उमड़े सैकडों-महिला पुरूष
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। थाना मक्खनपुर क्षेत्र गांव नगला तुरकिया में दो दिन पूर्व लूट के बाद हुयी सर्राफा व्यापारी की हत्या से आक्रोशित व्यापारी वर्ग अभी शांत नहीं है। बीते दिन व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रख गुस्सा जाहिर किया था। आज फिर अनिश्चितकालीन बंदी का ऐलान करते हुये व्यापारियों ने हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग व पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाये। व्यापारियों का आरोप था अब जिस एसओ को यहां की तैनाती दी गई है वह पूर्व में लूट के मामले में लीपापोती करने के लिये जाने जाते हैं तो निष्पक्ष कार्यवाही कैसे करेंगे? बताते चलें बीते दो दिन पूर्व सायं अपनी सोने चांदी की दुकान बंद कर घर जाते समय जीतेश उर्फ भोला की गोली मारकर दो बाइक सवार लुटेरों ने हत्या कर दी थी और नगदी व रूपयों से भरा थैला छीनकर फरार हो गये थे। उसी दिन व्यापारियों ने विरोध में बंदी का ऐलान कर दिया था। बीते दिन बाजार बंद रहने के बाद जब बुधवार को सुबह व्यापारियों को पुलिस द्वारा इस मामले में कोई सफलता नहीं प्राप्त होने की जानकारी हुई तो आज अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान करते हुये व्यापारी सड़कों पर उतर आये। साथ ही थाने का प्रभारी ध्यान सिंह को बनाने पर पुलिस प्रशासन की आलोचना की। आरोप था कि ध्यान सिंह करीब दो वर्ष पूर्व भी यहां रह चुके हैं। उस दौरान इन्होंने एक लूट के मामले में लीपापोती कर दी थी। कहा गया इनका ड्राइवर सुनहरी लाल भी कुछ ऐसा ही है। ऐसे में कैसे विश्वास किया जा सकता है कि वे निष्पक्ष रूप से अपना कार्य करेंगे। इसके अलावा रात महिला-पुरूषों ने सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर कैण्डिल मार्च निकाला गया। इस दौरान जीतेश के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की गयी। वहीं कई संभा्रान्त नागरिक लोगों को शांतिपूर्वक अपना प्रद्रर्शन करने की हिदायत देते रहे। बहरहाल दो दिन से रही बाजार बंदी के बाद यहां के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है रोजमर्रा की वस्तुएं के लिये। अफसोस वाली बात यह रही कि बंदी के बावजूद दूसरे दिन कोई अधिकारी आश्वासन देकर व्यापारियों की सुध लेने नहीं आया।