कानपुर नगर, जन सामना। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार गाजियाबाद में बैठी मातृशक्ति अभिवावकों के समर्थन में कानपुर में भी 7 सितंबर से जारी फीसमाफी हठयोग अभी नहीं तो कभी नहीं भूखहड़ताल के आज तीसरे दिन अभिवावकों ने उम्मीद की रोशनी कैंडल मार्च निकाला। पहली कैंडल मार्च की शुरुआत भूखहड़ताल पर बैठे आंदोलन कारी मनीष शर्मा, विनीत कपूर, देवेश द्विवेदी, मनीष मिश्रा ने मोमबत्ती जला कर की। गाजियाबाद में जिस तरह से भूखहड़ताल पर बैठी महिलाओं के साथ गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाया गया अभिवावकों के आंदोलन को कमजोर करने के लिए कोरोना पॉजिटिव दिखाने का जो खेल रचा गया। उससे कानपुर में भी अभिवावकों ने रोष प्रकट किया। निधि शर्मा, अचला श्रीवास्तव, सीमा त्रिपाठी ने एक स्वर में कहा की लगता है सरकार ने शिक्षा माफियाओं से गठजोड़ कर लिया है और सरकार केवल पूजीपतियों का पैसा माफ कर सकती है। मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत नहीं दे सकती है। अब स्पष्ट हो चला है कल ऐसीएम प्रथम आर सी वर्मा जी के साथ हुई वार्ता के अनुसार जिलाधिकारी के बुलावे पर पहुंचे आंदोलनकारियो के मांग पत्र की प्रमुख मांग स्कूल मैनेजर ऐसोसिएशन और अभिवावक विचार मंच के प्रतिनिधियों की बैठक जिलाधिकारी की अगुवाई में उन्नाव की तरह आहूत करने की मांग पर जिलाधिकारी ने बैठक बुलाने को कहा की अवश्य होगी जल्द बैठक भूखहड़ताल पर बैठे आंदोलन कारियों को बैठक बुलाऐ जाने का इंतजार या फिर कोरोना पॉजिटिव बताऐ जाने का इंतजार अभिवावक संघ प्रदेश स्तर पर मनीष शर्मा की पहल पर गाजियाबाद, बरेली, मेरठ, मोदीनगर, बाराबंकी, गोरखपुर, लखनऊ, वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से जुडेंगे और आंदोलन की रणनीति तय करेंगे। कैंडल मार्च में सुमित मिश्रा प्रदेश अध्यक्ष हिंदू महासभा (युवा मोर्चा), निधि शर्मा प्रदेश अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन, सीमा त्रिपाठी (नारीजाग्रति), जूही तिवारी, रूबी बाजपेई, अनीता मिश्रा, निधी त्रिवेदी, अरूण तिवारी, गौरवपुरी, महेश भागनानी, दीपक वलेचा, प० विवेक दुबे, सुयश कुमार, दीपक सिंह, प्रमोद यादव, राजेश शुक्ल, राजीव शुक्ला, सचिन शर्मा, बाबी देवनानी आदि अभिवावक प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
इस मौके पर विधायक सुरेन्द्रमैथानी का भी घेराव किया गया, विधायक सहमत मांगो से मगर उम्मीद की रोशनी हाथ में नहीं पकड़ी सिर्फ सार्वजनिक रूप से समर्थन किया।