कानपुर, पंकज कुमार सिंह। देश की बदहाल आर्थिक स्थिति, गरीबी बेरोजगारी से अजीज आ चुका देश का युवा अब सत्ताधारी भाजपा सरकार पर आंखें तरेरे हुए है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जुमले और झूंठे वादे देश के युवाओं को मुंह चिढ़ाते दिखे तो युवाओं ने सत्ताधारियों को आईना दिखाना शुरू कर दिया है। ऐसे में सत्ताधारी केन्द्र व भाजपा शासित राज्य सरकारों की नींद हराम करने वाली खबरें डिजिटल प्लेटफार्म्स पर खूब वायरल हुई हैं जो जमीनी हकीकत को बयां कर रहीं हैं।
युवाओं के गुस्से की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गत मन की बात से हुई जिसे लाखों की तादाद में मन की बकवास के तहत डिसलाइक यानि कि न पसन्द किया गया। इसके बाद यह सिलसिला जारी है।
गत 5 सितम्बर को शाम 5 बजे बेरोज़गारी को लेकर पूरे देश में कई इलाक़ों से आवाज़ें उठीं और युवाओं ने ताली-थाली बजाकर गूंगी-बहरी सरकार तक अपनी रोजगार की मांग को पहुंचाने का जरिया बनाया। यह ताली-थाली शासन तक पहुंची तो वहीं प्रशासन ने युवाओं के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया। यूपी के प्रयागराज से पहला मामला प्रकाश में आया। ताली-थाली बजाकर रोजगार की मांग की खबरें सोशल साईट्स पर खूब ट्रेंड हुई।
बुधवार को इसे लेकर रात 9 बजे 9 मिनट कैंपेन चलाया गया। 9 सितम्बर को 9 बजे 9 मिनट पर युवाओं ने घरों की लाईट बन्द कर मोमबत्ती, टाॅर्च, फ्लैस लाईट के जरिए अपना विरोध दर्ज कर सरकार से रोजगार की मांग की। यहां दिलचस्प बात जरूर है कि देश के युवाओं के इस अभियान के पीछे सिर्फ युवाओं का आवाह्न है। जिसे कई विपक्षी दलों का भी समर्थन मिला है। इस अभियान के लीडर के रूप में अभी तक कोई सामने नहीं आया है।
इसके साथ ही सोशल मीडिया ट्विटर पर #9बजे9मिनट टॉप ट्रेंड में रहा। देश भर के युवाओं और कई विपक्षी दलों के नेताओं ने इसे लेकर ट्वीट करने शुरू कर दिए। इससे यह हैशटैग टॉप ट्रेंड में बना रहा, कंगना रनौत को पीछे छोड़ते हुए टॉप पर जा पहुँचा।
लोगों ने अपने हाथों में मोमबत्ती, टार्च, मोबाईल फ्लैस के साथ तस्वीरें भी सोशल साईट्स पर साझा की हैं। बुधवार रात 12 बजे तक इस हैशटैग के साथ 11 लाख से ज़्यादा ट्विट किए जा चुके हैं।
करोड़ों युवाओं के जीवन से बेरोजगारी का अंधेरा भगाने और एक नया बिहार बनाने के लिए आज 9 तारीख़ को रात्रि 9 बजे 9 मिनट तक लालटेन जलाकर बेरोजगारी के खिलाफ चल रही मुहिम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
ये बिहार में जो बेरोजगार है
उसके ज़िम्मेवार
नीतीश कुमार है#9Baje9Minute #9बजे9मिनट pic.twitter.com/elerzOmKeN— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 9, 2020
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी मोमबत्ती जलाकर युवाओं के इस आन्दोलनकारी पहल का समर्थन किया। इधर बिहार से तेजस्वी यादव ने भी लालटेन जलाकर अपना समर्थन दिया।
देश के युवाओं का आन्दोलनकारी पहल ने सत्ताधारी दल की चूलें हिला दी हैं। साफ जाहिर है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली केन्द्र की भाजपा सरकार के लिए यह चिंता का विषय हैं। लोगों का कहना है कि युवाओं का यह गुस्सा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राजनैतिक कैरियर में अंधेरे का संकेत लेकर आया है। प्रधानमंत्री मोदी के झूंठे वादों ने देश के युवाओं को ठेस पहुंचाई है तो देश के बदतर सालातों और लगातार सरकार द्वारा सरकारी संपत्ति का निजीकरण एक प्रकार से देश बेचने की तरह युवा देख रहा है।