कानपुर नगर। 11 वीं शताब्दी के प्रतापी शासक एवं पराक्रमी योद्धा महाराजा सुहेलदेव की जयन्ती समारोह के अवसर पर आज कारगिल पार्क, मोतीझील में कारगिल में शहीद हुये भारतीय सेना के जवानों के सम्मान में एमएलसी अरुण पाठक, विधायक सुरेन्द्र मैथानी, मण्डलायुक्त डा0 राज शेखर, जिलाधिकारी आलोक तिवारी, एवं नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी आदि ने श्रद्धांजलि देते हुये श्रद्धासुमन अर्पित की।
महाराजा सुहेलदेव जयन्ती समारोह के अवसर पर एमएलसी अरुण पाठक ने उपस्थित शहीद परिवारों के परिजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन विशेष दिन है। उन्होंने कहा कि भारत वर्ष के इतिहास में मध्यकाल की ग्यारहवीं शती में उत्तर प्रदेश के बहराइच में महाराजा सुहेलदेव एक प्रतापी राजा हुए थे, जिन्होंने विदेशी आक्रांताओं से भारतीय संस्कृति एवं विरासत की रक्षा की थी। महाराजा सुहेलदेव जी का शौर्य एवं पराक्रम वर्तमान पीढ़ी के लिए एक गौरवशाली उदाहरण है। विदेशी आक्रांताओं से मुकाबला करने के लिए 21 राज्यों का संगठन बनाकर कुशल रणनीतिकार के रूप में विशिष्ट युद्ध कला के माध्यम से उन्होंने विजय प्राप्त की थी। विश्व के इतिहास में एक महत्वपूर्ण संगठनकर्ता के रूप में महाराजा सुहेलदेव का यह कार्य सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। महाराजा सुहेलदेव ने देश की राजनीतिक व सांस्कृतिक सुरक्षा के साथ-साथ जल संरक्षण, गो-संरक्षण एवं जन कल्याण के अनेक कार्य कराये, जिससे आमजन को अत्यन्त लाभ हुआ। महाराजा सुहेलदेव ने जाति, धर्म से ऊपर उठकर देश की रक्षा की। उन्होंने कहा कि इतिहास रचने वालो के साथ इतिहास लिखने वालो ने अन्याय किया। राष्ट्रवादी धारा की सरकार बनने के बाद ऐसे स्वतन्त्रता सेनानियों का जंयती समारोह मनाया जा रहा है।
मण्डलायुक्त ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव ने राष्ट्रहित व देश हित में वीरता दिखलाई, उनके शौर्य एवं पराक्रम से हम सभी को सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में महाराजा सुहेलदेव पर एक मूवी बनाने का भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने विदेशी ताकत को रोकने का काम किया है। उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेलदेव ने समाज को बेहतर बनाने व राष्ट्रहित में जो कार्य किया है वह अभी व्यापक जन मानस तक नही पहुॅच सका है। केन्द्र व राज्य सरकार की इच्छा है कि महाराजा सुहेलदेव द्वारा देश हित में किये गये कार्यो का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये। उन्होंने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुये बहराइच की चितौरा झील में भी विकास कार्य कराये जाने हेतु शासन प्रतिबद्ध है।
जिलाधिकारी ने सभी शहीद परिवारों के परिजनों को इस अवसर पर हार्दिक बधाई देते हुये कहा कि अपने पराक्रम से मातृ भूमि का मान बढाने वाले महाराजा सुहेलदेव ने राष्ट्रनायक की भूमिका निभायी।
इस मौके पर स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी धर्म कुमार सिंह एवं शहीदो के परिजनों सतेन्द्र सिन्हा सहित अन्य सेनानी परिवार के लोगो को शाल ओढाकर व माला पहनाकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही भारतीय सेना में शहीद परिवार के लोगो जिसके अन्तर्गत संतरा देवी, शमीना बेगम, सुनीता देवी, किरण चैहान, एम0ए0खान, महमूदावानों, गीता सिंह, विनीता सिंह आदि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान ए0एन0डी0 कालेज की छात्राओं द्वारा वन्दंेमातरम गीत एवं अन्य देश भक्ति गीत प्रस्तुत किये गये। राजकीय जिला पुस्तकालय चुन्नीगंज द्वारा महाराजा सुहेल देव एवं अन्य भारतीय क्रान्तिकारी आन्दोलन से जुडे स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों से संबंधित पुस्तकों की प्रदर्शिनी लगायी गयी। एम0डी0 कालेज के छात्रों ने “उठो जवान देश की बसुन्धरा पुकारती” गीत प्रस्तुत किये। अर्मापुर पी0जी0 कालेज के रेंजर टीम एवं रोवर्स क्रू के छात्रों ने भी प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में नीरज पटेल, जन सम्पर्क अधिकारी द्वारा महाराजा सुहेलदेव के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला गया व उनके द्वारा देश हित में किये गये कार्यो को भी बतलाया गया। प्रभात शरद आडिटर द्वारा महाराजा सुहेलदेव से संबंधित ऐतिहासिक तथ्य प्रस्तुत किये गये। उनके द्वारा “शहीदों की करो पूजा तो हिन्दुस्तान बदलेगा” की रोचक प्रस्तुती प्रस्तुत की गयी। महाराजा सुहेलदेव जी के शौर्य एवं बलिदान पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री जी के बहराइच की चितौरा झील में किये गये शिलान्यास कार्यक्रम एवं वर्चुअल संबोधन का सूचना विभाग द्वारा एल0ई0डी0 के माध्यम से सजीव प्रसारण भी किया गया। कार्यक्रम में विधायक महेश त्रिवेदी, सुरेन्द्र मैथानी, नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी वि0रा0 वीरेन्द्र पाण्डेय सहित अन्य जन प्रतिनिधिगण, संबंधित अधिकारीगण एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।