फिरोजाबाद। सेन्टर ऑफ इण्डियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) का एक सम्मेलन भार्गव पैलेस सुहाग नगर में आयोजित किया गया। जिसमें श्रमिक नेताओं ने जनपद के काॅंच एवं चूडी श्रमिकों की समस्याओं से अवगत कराया। साथ ही सरकार द्वारा बनाये गये श्रम कानूनों को श्रमिक विरोधी बताया। सीटू के प्रांतीय महासचिव का. प्रेमनाथ राय ने कहा कि जनपद के उद्योग पतियो के द्वारा श्रम कानूनों का पालन नही किया जा रहा है। श्रमिकों से ठेके माध्यम से कार्य कराया जा रहा है। जिससे कारण उनको मिलने वाली सुबिधाओं से वंचित किया जा रहा है। कारखानो में श्रमिको से आठ घंटे के बजायें दस घंटे तक काम कराया जा रहा है। उन्होंने भारत सरकार के द्वारा बनाये गये चार लेवर कोट कानूनों को मजदूर विराधी बताया है। सरकार से तीन किसाने विरोधी कानून एवं चारो श्रमिक विरोधी कानून को वापस लेने एवं जिले के श्रमिकों के लिये ईएसआई हाॅस्पीटल का निर्माण कराएं जाने की मांग की है। सीटू के सचिव भूरी सिंह यादव ने कहा कि कारखाने मलिको के द्वारा श्रमिको की हाजिरी राजिस्ट्रर में हाजरी नही भरी जाती है। श्रमिको को अन राजिस्टर्ड ठेकेदारो के अंतर्गत कार्य कराया जाता है। जो कि श्रम कानूनों के विरूद्व है। श्रमिकों को वेतन स्किल हाजिरिी कार्ड, गेट पास नही दिया जाता है। चूडी पकाई करने वाले श्रमिको को न्यूनतम मजदूरी नही दी जाती है। कारखानो को लीज पर उठाकर उप मालिको के द्वारा श्रमिको का शोषण किया जा रहा हैं। श्रमिको को लाने एवं ले जाने का कार्य ट्रेक्टर ट्रोली व अन्य वाहनो किया जा रहा है। जिससे आये दिन श्रमिक हादसों का शिकार हो जाते है। श्रमिकों का श्रमविभाग में रजिस्ट्रेशन ना होने के कराण कारखाना मालिक उन्हे अपना श्रमिक मानने से मना कर देते है। जिसके कारण श्रमिकों को कोई इलाज नही मिल पाता है। साथ ही कहा कि सरकारी श्रमिको के लिये आई योजनाओं के पैंसो का बंदबाट किया जा रहा है। भूरी सिंह ने बताया कि गरीब श्रमिको के बच्चो की शादी के नाम पर महिलाओ की दुबारा शादी कराकर योजनाओं का पैसा आपस में बाटा जा रहा है। वार्ता के दौरान ज्ञान सिंह, रज्जोदेवी, नवल सिंह एडवोकेट, सोनेश कुमार आदि मौजूद रहे।