हाथरस । जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में आज कृषक उत्पादक संगठन {एफ0पी0ओ} की जिला स्तरीय मॉनिटरिंग समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक एफ0पी0ओ की समीक्षा की गयी और सभी एफ0पी0ओ से अपेक्षा की गयी, कि अपने.अपने एफ0पी0ओ में अधिक से अधिक किसानों को जोडकर व्यवसायिक गतिविधियों पर कार्यवाही करें। इसके लिए जनपद में उत्पादित विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पादों के आधार पर खाद्य प्रसंस्करण यूनिट स्थापना पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है और जनपद में कार्यरत आलू चिप्स बनाने वाले उद्योगों को आलू बाहर से मंगाना पड़ता है। एफ0पी0ओ के माध्यम से उद्योगों की मांग के अनुसार प्रजातियों का उत्पादन किया जाये जिसके सम्बन्ध में उप कृषि निदेशक व जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद के आलू चिप्स बनाने वाले उद्योग एवं एफ0पी0ओ के साथ.साथ उनकी मांग के अनुसार आलू उत्पादन कराने सम्बन्धी रणनीति बनायी जाये और उनका आपस में एम0ओ0यू भी कराया जाये। जिससे आलू उत्पादन करने वाले कृषकों को अधिक लाभ मिल सके। मुख्य विकास अधिकारी ने एफ0पी0ओ से वार्ता करते हुए,आने वाली कठिनाइयों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए गठित एफ0पी0ओ से अपेक्षा की कि बीज, उर्वरक एवं कीटनाशी का व्यवसाय करें। जिससे कृषकों को कम मूल्य पर कृषि निवेश उपलब्ध होगा। एफ0पी0ओ से जुडे़ किसानों को लाभ प्राप्त हो। इसके सम्बन्प्ध में जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित भी किया। जिला उद्यान अधिकारी एवं उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया कि जो भी विभागीय योजनायें संचालित हैं उनका लाभ एफ0पी0ओ के कृषकों को उपलब्ध कराया जाये।
सादाबाद कृषक प्रोड्यूसर कम्पनी के अध्यक्ष अरूणेश कुमार वार्ष्णेय ने आलू की ऐसी प्रजातियों जिनसे चिप्स बनायी जा सकती हैं। उन प्रजातियों का बीज समय से उपलब्ध कराया जाये। मैक्सन जैविक फॉर्मरर्स प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड सूरजपाल सिंह द्वारा गुलाब के प्रसंस्करण के प्रशिक्षण दिलाने की मांग की। सुक्रुत एग्रो फॉर्मरर्स प्रोड्यूसर कम्पनी के अध्यक्ष अशोक कुमार तौमर द्वारा बताया गया कि उनके एफ0पी0ओ0 में अभी 82 कृषक अभी जुडे हैं और भी किसानों को जोडा ज रहा है। वर्तमान में फॉर्म मशीनरी बैंक की स्थापना की गयी है जिसमें कृषको को कम दर पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराये जा रहे हैं।उप कृषि निदेशक एच0एन0 सिंह द्वारा बताया गया कि भारत सरकार द्वारा कृषि अवस्थापना निधि का क्रियान्वयन करते हुए कृषि उत्पादक संगठनों को तीन प्रतिशत ब्याज उपादान की व्यवस्था की गयी है। इस निधि के क्रियान्वयन हेतु ग्रामस्तर पर बहुद्देशीय सेवा केन्द्रों की स्थापना जिनमें विभिन्न प्रकार की सेवायें जैसे खाद/बीज भण्डारण, खाद, बीज फसल सुरक्षा रसायनों का वितरण फॉर्म मशीनरी बैंक, कोल्ड स्टोरेज, दुग्ध संग्रह केन्द्र इत्यादि एक छत के नीचे उपलब्ध हो। जिससे कृषकों के अपनी आवश्यकताओं हेतु एक ही जगह जाना पडे़। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी महाप्रबन्धक नाबार्ड बैंक, जिला उद्यान अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, उप कृषि निदेशक तथा समस्त एफ0पी0ओ के अध्यक्ष व उनके सदस्य उपस्थित थे।