Sunday, April 27, 2025
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अग्निकाण्ड से होने वाली क्षति को रोकने के लिये विशेष निगरानी की आवश्यकताःअपर जिलाधिकारी

कानपुर नगर। अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 वीरेन्द्र पाण्डेय ने बताया है कि राहत आयुक्त, उ0प्र0, शासन के निर्देशों के क्रम में अवगत कराना है कि जनपद में अग्निकाण्ड से प्रत्येक वर्ष अत्यधिक जन.धन की हानि होती है। अग्निकाण्ड से होने वाली क्षति को रोकने के लिये जनपद में विशेष निगरानी किये जाने की आवश्यकता है। जिससे अग्निकाण्ड से होने वाले प्रभाव को न्यूनीकृत किया जा सके। उन्होंने बताया है कि जनपद में आग की दुर्घटनाओं को रोकने तथा अग्निकाण्ड से होने वाले नुकसान में कमी लाये जाने हेतु जनपद स्तर पर जनपद में विगत 5 वर्षों में अग्निकाण्ड से हुई क्षति का विश्लेषण करते हुये अग्निकाण्ड के लिये अति संवदेनशील एवं संवदेनशील क्षेत्रों का चिन्हांकन किया जाये तथा इन क्षेत्रों में अग्निकाण्ड बचाव हेतु विशेष निगरानी रखी जाये। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक निगरानी समिति का गठन करते हुये जनपद एवं तहसील स्तर पर एक.एक नोडल अधिकारी नामित किया जाये। उन्होंने बताया है कि जिलाधिकारी महोदय द्वारा बैठक का साप्ताहिक अनुश्रवण किया जायेगा। अग्निकाण्ड की घटनाओं को रोकने हेतुए क्या करें.क्या न करें एवं दिशा.निर्देश जारी किये जायें। रिहायशी क्षेत्रों में अग्निकाण्ड की घटनाओं को रोकने हेतु विशेष निगरानी सुनिश्चित की जाये व बचाव के उपायों का व्यापक प्रचार.प्रसार किया जाये।
उन्होंने बताया है कि गांव क्षेत्रों में अग्निकाण्ड की दुर्घटनाओं से बचाव हेतु प्रचार.प्रसार व जनजागरुकता हेतु संबंधित लेखपाल को नामित किया जाये। फूस के मकान अग्निकाण्ड के प्रति संवेदनशील होते हैं। अतः ऐसे परिवार जो अभी फूस के मकानों में आवासित हों। उनका चिन्हांकन कर प्राथमिकता के आधार पर पात्रता के अनुसार शासकीय योजना के अंतर्गत आच्छादित कर पक्का किया जाये आदि निम्नलिखित कार्यवाहियां सुनिश्चित की जायें। उन्होंने बताया है कि दीपक/लालटेन/मोमबत्ती को ऐसी जगह न रखे जहां से गिरकर आग लगने की संभावना हो। कटनी के बाद खेत में छोडे डन्ठलों में आग नही लगाये। घर में किसी भी उत्सव के लिये लगाये कनात अथवा टेन्ट के नीचे से बिजली के तार को न ले जाये। जहां पर सामूहिक भोजन बनाने इत्यादि का कार्य हो रहा हो वहां पर ड्रमों में पानी भरकर अवश्य रखे एवं तेज हवा के समय भोजन बनाने का कार्य न किया जाये। जलती हुयी माचिस की तीली/अधजली बीडी/सिगरेट पीकर इधर.उधर न फेंके। हमेशा सूती कपडा पहन कर ही खाना बनाये एवं ढीले.ढाले और पाॅलिस्टर के कपड़े पहनकर खाना न बनायें, सार्वजनिक स्थलों, ट्रेनों एवं बसों आदि में ज्वलनशील पदार्थ लेकर न चलें। रसोई घर की छत ऊंची रखी जाये आदि अग्निकांड से बचाव हेतु सावधानियां एवं व्यवस्थायें सुनिश्चित किया जाये।