हाथरस। स्वास्थ्य व्यवस्था कष्ट हाल है लोगों को इलाज नहीं मिल रहा है। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हुमन राइट के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण वार्ष्णेय ने जनपद की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को नाकाफी मानते हुए जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि जनपद में कोविड-19 बेड होने के कारण पीड़ितों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। कुबेर के लक्षण होने के बावजूद मरीज एडमिट नहीं होने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। किसी को बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं, ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रही है घंटा बाद अस्पताल प्रबंधन मरीजों से ऑक्सीजन के लिए मना कर देते हैं। अगर ऐसी स्थिति में परिवारी जन मरीज को घर पर ले जाएंगे तो संक्रमित व्यक्ति द्वारा पूरे परिवार जनों को खतरा बन जाता है। ऐसे पहली बार हुआ है। मरीजों को अस्पताल में इलाज नहीं मिल पा रहा है दवाई नहीं मिल रही है ऑक्सीजन नहीं मिल रही है ऐसी स्थिति में जनपद की कितनी वाहवाही स्थिति होगी। इसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इलाज दवाई ऑक्सीजन के लिए परिवारी जन जगह-जगह फोन कर रहे हैं अपनी परेशानी व्यक्त कर रहे हैं।जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि से मांग करते हुए कहा कि जनपद में वार्डों की संख्या कम से कम 1000 की जाए। जिस से संक्रमित मरीजों को समुचित इलाज मिल सके और ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था कर लोगों को जीवन बचाने का काम हो सके और समुचित दवाई जनपद में उपलब्ध हो। जिससे कि स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर हो सके।