फिरोजाबाद। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उमेश चंद यादव, जिला मंत्री राजीव शर्मा ने जिला विद्यालय निरीक्षक से मांग की है कि वैक्सीन न लगवाने के कारण वेतन न रोका जाए। क्योंकि जो शिक्षक और शिक्षिका कोरोना से पीड़ित रही हैं उन्हें 90 दिन बाद वैक्सीन लगेगी। साथ ही जो शिक्षक और शिक्षिका हैं उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रूप से बीमारी से पीड़ित के वैक्सीन उनके पूर्ण स्वस्थ होने पर ही चिकित्सक द्वारा लगाई जा रही है। ऐसी स्थिति में शत प्रतिशत शिक्षक एवं कर्मचारियों के वैक्सीन लगना संभव नहीं है। उनको मौका दिया जाए। जिलाधिकारी द्वारा 28 मई को इस तरह का पत्र जारी करना शिक्षक एवं कर्मचारियों के हित में नहीं है। क्योंकि जो शिक्षक और कर्मचारी बीमारियों से पीड़ित हैं उनका जो आर्थिक साधन है वह रुक जाएगा। जिससे वह अपने स्वास्थ्य के बारे में भी ध्यान नहीं दे पाएंगे। उन्होंने अधिकारियो से मांग की है कि शिक्षक एवं कर्मचारियों के लिए जिस तरह से कोविड-19 की जांच को अलग से टीमें बनाई गई थी। एक विद्यालय में व्यवस्था की गई थी। उसी तरह से वैक्सीन लगवाने के लिए भी पांचों तहसीलों में अलग-अलग विद्यालयों में शिक्षक एवं कर्मचारियों को वैक्सीन लगवाने के लिए अलग से व्यवस्था की जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा वेतन जो कर्मचारी के साथ-साथ उसके परिवार को प्रभावित करता है। ऐसी स्थिति में वेतन रोकना न्याय संगत नहीं है।