लखनऊ। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में नमामि गंगे परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्माणाधीन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो परियोजनाएं प्रक्रियाधीन हैं। उनकी समीक्षा कर जरूरी औपचारिकताएं शीघ्र पूरी कर ली जायें। उन्होंने स्वीकृत सभी परियोजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिये। इससे पूर्व प्रजेन्टेशन के माध्यम से अवगत कराया गया कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के अन्तर्गत 46 परियोजनाएं स्वीकृत हैं। जिनमें से 21 प्रोजेक्ट पूरे हो गये हैं। 19 का कार्य तेजी से चल रहा है। 05 प्रोजेक्ट में टेण्डर प्रक्रिया चल रही है तथा 01 नया प्रोजेक्ट स्वीकृत किया गया है। उक्त परियोजनाओं पर कुल 3407.30 करोड़ रुपये व्यय किये गये हैं। सभी 46 परियोजनाओं के लिए कुल रुपये 10493.80 करोड़ स्वीकृत किये गये हैं। इन परियोजनाओं पर वर्ष 2019.20 में रुपये 583.78 करोड़ तथा वर्ष, 2020.21 में रुपये 587.08 करोड़ व्यय किये गये हैं। वित्तीय वर्ष 2021.22 में 12 प्रोजेक्ट, वर्ष 2022.23 में 03 प्रोजेक्ट तथा वित्तीय वर्ष 2023.24 में 04 प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसे निर्धारित समयान्तर्गत पूरा कर लिया जायेगा। चालू परियोजनाओं में चुनार मीरजापुर, रामना व रामनगर वाराणसी, कानपुर एवं प्रयागराज की परियोजनायें माह मार्च, 2021 में पूरी कर ली गयी हैं। फिरोजाबाद की परियोजना को जुलाई, 2021 में कासगंज की सितम्बर में, इटावा व मथुरा की अक्टूबर, 2021 में पूरी हो जायेंगी। जायका प्रोजेक्ट वाराणसी, बागपत, फाफामऊ प्रयागराज, सुल्तानपुर, जौनपुर एवं मुरादाबाद फेज वन की परियोजना दिसम्बर, 2021 तक पूरी हो जायेंगी। पंरवा कानपुर एवं उन्नाव परियोजना का कार्य माह अक्टूबर, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। शुक्लागंज प्रोजेक्ट नवम्बर, 2022 बुढ़ाना एवं मुजफ्फरनगर की परियोजनाओं को माह दिसम्बर, 2022 तक पूरा कर लिया जायेगा। जनपद गाजीपुर एवं मीरजापुर की परियोजना प्रक्रियाधीन है। मुरादाबाद एवं लखनऊ की 1.1 परियोजना में लम्बित प्रकरणों को शीघ्र निस्तारित कराने को कहा गया ताकि जनहित की यह परियोजनाएं निर्धारित समयावधि में पूरी हो सकें। बताया गया कि फर्रूखाबाद, बरेली, कैराना, आगरा एवं मेरठ की परियोजना टेण्डर प्रक्रिया में है। जिन्हें शीघ्र पूरा कर कार्य प्रारंभ कराने के निर्देश दिये गये।
बैठक में नमामि गंगे एवं जल निगम के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, वीडियोकाॅन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सम्बन्धित विभागों के अपर मुख्य सचिवए प्रमुख सचिव, सचिव, सम्बन्धित मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी आदि उपस्थित थे।