हरिद्वार। कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने हरकी पैड़ी पर स्नानार्थियों का प्रवेश वर्जित कर दिया था। हरकी पैड़ी पर श्रीगंगा सभा और तीर्थ पुरोहितों को ही पूजा करने की अनुमति दी गई थी। ऐसे में शनिवार से ही जिले के सभी बॉर्डर गुरुकुल नारसन, काली नदी, मंडावर बॉर्डर, बालावाली व चिड़ियापुर पर चेकिंग अभियान चलाया गया। हरिद्वार में गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर होने वाले स्नान पर्व को कोरोना महामारी के चलते स्थगित कर दिया गया था। लेकिन अधिक संख्या में भक्तों के पहुंचने के बाद हरकी पैड़ी खोल दी गई। दोपहर बाद भक्तों ने हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान किया।
इधर गंगा का जल स्तर बढ़ने से अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है हरिद्वार से लेकर भीड़गोड़ा बैराज के सभी गेट एक साथ खोल दिए गए। बैराज खुलने से गंगनहर के जरिये उत्तर प्रदेश के लिए सिंचाई को छोड़ा जाने वाला पानी बंद हो गया। उधर नमामि गंगे घाट पानी में डूब गए। हालांकि लेकिन जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
Home » मुख्य समाचार » गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी का स्नान पर्व रद्द,बीस-इक्कीस को सील रहेंगी जिले की सीमाएं