Friday, April 18, 2025
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बीडीसी को लेकर भाजपा-सपा नेताओं में न्यायालय के सामने मारपीट

इटावा। उत्तर प्रदेश में सपा.भाजपा के बीच पंचायत चुनाव को लेकर सियासी घमासान जारी है। इस घमासान में दोनों ही पार्टी के नेता हर हथकंडे अपना रहे हैं। इसी बीच इटावा में बीते 22 जून को गायब हुए 1 बीडीसी सदस्य के अचानक गायब हो जाने के बाद उसके पिता ने सपा कार्यकर्ता पर उसके अपहरण को लेकर बढ़पुरा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया था। पुलिस ने बीडीसी सदस्य को बरामद कर कोर्ट में पेश किया। तो कोर्ट के गेट पर सपा व भाजपा के नेताओं का जमावड़ा लग गया। जिसके बाद भारी पुलिस बल तैनात होने के बाद भी दोनों पार्टी के कार्यकर्ता आपस मे भीड़ गए और दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई। हालांकि बाद में पुलिस के बीच बचाव के बाद मामला शांत करवाया गया।लेकिन ये जंग यह खत्म नही हुई और मौके पर सदर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सरिता भदौरिया व नवनिर्वाचित व निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव उर्फ अंशुल मौके पर पहुंचे। जहां दोनों के बीच जमकर जुबानी जंग चलती रही।इस बीच कोर्ट में पेश बीडीसी सदस्य बयान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अपने पिता के साथ घर चला गया। और मामला शांत हो सका। लेकिन पूरे मामले में दोनों पार्टी के कार्यकर्ता पुलिस के साथ अभद्रता करते हुए दिखाई दिए सदर में रहे सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह के साथ भी दोनों पार्टी के कार्यकर्ता अभद्रता करते हुए दिखाई दिए पूरे मामले की घटना वीडियो में कैद हो गई।
सपा के नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा की पूरे मामले के बारे में समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के लोग बीडीसी सदस्य को कार्यालय से अपने साथ ले जाना चाह रहे थे। जिसका हम ने विरोध किया तो उनके कार्यकर्ताओं के लोगों ने हम लोगों पर हमला कर दिया हम चाहते हैं कि न्यायालय ने जो फैसला लिया है। उस फैसले के तहत बीडीसी सदस्य हो अपनी मनमर्जी से जाने दिया जाए। लेकिन भाजपा के लोग उसको अपने साथ ले जा रहे थे। जिसको लेकर पूरा बवाल हुआ। वही भाजपा के जिला अध्यक्ष अजय धाकरे ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाया है कि उन्हीं के द्वारा बीडीसी सदस्य का अपहरण किया गया था। और आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता न्यायालय के फैसले के बाद बीडीसी सदस्य को अपने साथ ले जाना चाह रहे थे, जबकि उसके माता.पिता हमारे पास आकर समाजवादी पार्टी के नेता पर अपने बेटे का अपहरण करने का आरोप लगाया था। जब सपा के लोग बीडीसी सदस्य को अपने साथ ले जा रहे थे। तब हम लोगों ने विरोध किया और पूरा झगड़ा बड़ा। इस पूरे मामले में पुलिस के अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि एक बीडीसी सदस्य के संदर्भ में बढ़पुरा थाने में अपहरण का मुकदमा लिखा गया। जिनको बरामद करके पुलिस ने न्यायालय में पेश किया व उनके 164 के बयान हुए। जिसके बाद न्यायालय ने उसके बालिग होने के कारण उसके अपनी स्वेक्षा से जाने के आदेष दिए और वह अपने पिता के साथ चल गया है।कोर्ट के बाहर दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हुई मारपीट के सवाल से बचते हुए इसे जांच का विषय बताया।