Friday, June 14, 2024
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हत्या के 04 माह में रूरा पुलिस के हाथ नहीं आया हत्यारा

रूरा/कानपुर देहात। रसूलाबाद तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मुरलीपुर थाना रूरा के निवासी कपिल सिंह(21) के हत्यारे को रूरा थाना की पुलिस 04 माह में नहीं खोज पाई है। मालूम हो कि कपिल सिंह की हत्या बीते 29 मार्च 2021 को हुई थी। घटना 04 माह बीत जाने के बाद भी पुलिस निष्क्रिय बनी हुई है। हत्यारे पुलिस गिरफ्त से बाहर घूम रहे हैं। दिवंगत कपिल के पिता लोकेंद्र सिंह ने कई बार इसकी गुहार पुलिस अधिकारियों से लगाई है। परिवारीजनों के अनुसार कपिल की किसी से कोई जाति दुश्मनी भी नहीं थी। कपिल सिंह मानसिक रूप से कमजोर था बीते 04 माह पूर्व 29 मार्च होली के दिन घर से कही लापता हो गया था। लापता होने के बाद काफी खोजबीन करने पर कही कोई पता नहीं चलने पर पुलिस की सहायता मांगी गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
04 माह पूर्व 29 मार्च 2021 को लापता होने के 05 दिन बाद झाड़ियों के पीछे जानवर के द्वारा नोचा हुआ एक शव बरामद हुआ था परिजनों ने कपड़ों से शव की शिनाख्त की थी। शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रस्सी से गला घोंटकर हत्या करने की पुष्टि हुई थी। लोकेंद्र सिंह ने बताया उनके पुत्र का किसी से कोई भी विवाद नहीं था उन्होंने बताया गाँव में ही रहने वाले तिलक सिंह(40) पुत्र घनश्याम सिंह अपने साथियों अरविंद दुबे(45) पुत्र रामपाल एवं विनोद दुबे(55) पुत्र राम आसरे के साथ घर आया था और बेटे कपिल को होली खेलने के बहाने ले गया था। इन्हीं लोगों ने कपिल की गला घोंटकर हत्या की है। लोकेंद्र सिंह ने बताया तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमे अरविंद दुबे उर्फ कल्लू दुबे जेल में बंद है बाकी दो लोग तिलक सिंह और विनोद दुबे आज भी फरार चल रहे है। हत्या जैसे गंभीर अपराध के मामले में पुलिस की सुस्ती से लोगों में भी पुलिस पुलिस प्रशासन की कार्यशैली से नाराजगी है। वहीं कपिल के पिता लोकेंद्र सिंह ने इस मामले में अब पुलिस के आला अधिकारियों से पूरे मामले की गहराई से जांच कराने की मांग की है।
यह मामला भी जांच में अहम
लोकेंद्र सिंह से कपिल की किसी से दुश्मनी के बारे में जानकारी करने पर उन्होंने बताया दीपावाली के समय गाँव के ही रामबाबू धोबी से अरविंद दुबे ने गाली-गलौज, झगड़ा, मारपीट की थी। जिसमे रामबाबू ने अरविंद दुबे पर एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा लिखा दिया था जिसमे हमारी भी गवाही ली गई इस वजह से अरविंद दुबे दुश्मनी मानने लगे इसी दुश्मनी के चलते अपने साथियों के साथ मिलकर मेरे बेटे की गला घोंटकर हत्या की है।