जल शक्ति मंत्री ने हवाई सर्वेक्षण के माध्यम से हमीरपुर में बाढ़ की स्थिति का लिया जायजा
हमीरपुर। मंत्री जल शक्ति विभाग (सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग) महेन्द्र सिंह अपने एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद हमीरपुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के उपरान्त कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित अधिकारियों से बाढ़ सुरक्षात्मक उपायो के संबंध में समीक्षा बैठक की। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी डा. ज्ञानेश्वर त्रिपाठी द्वारा जनपद के भौगोलिक स्थिति एवं बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के बारे में तथा वहाँ बाढ़ से निपटने हेतु व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी गयी। उन्होने बताया कि जनपद हमीरपुर के कुल 13 गांव वर्तमान बाढ़ से प्रभावित है तथा इन गांव पर लगातार प्रशासन की विभिन्न टीमों द्वारा भ्रमण कर क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है। वर्तमान में यमुना नदी खतरे के बिंदु से 2 मीटर ऊपर तथा बेतवा नदी खतरे के बिंदु से 1 मीटर ऊपर बह रही है। यमुना का जल स्तर स्थिर हो गया है। शीघ्र इसके घटने की संभावना है। अभी तक जनपद हमीरपुर बाढ़ से बहुत अधिक प्रभावित नहीं हुआ है। किंतु उससे निपटने हेतु व्यापक स्तर पर इंतजाम किए गए हैं। जिलाधिकारी द्वारा मंत्री को जनपद स्तर पर बाढ़ से निपटने हेतु रणनीति के बारे में बताया गया कि सभी बाढ़ प्रभावित ग्रामों में नोडल अधिकारी बनाया गया जो अपने-अपने ग्रामों में रह कर कार्य कर रहे हैं साथ ही तहसील स्तर पर उपजिलाधिकारी एवं विकास खण्ड स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो बचाव कार्य में लगे हुये हैं। जनपद में बाढ़ नियंत्रण हेतु कलेक्ट्रेट में 24 घण्टे क्रियाशील बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी। जिसका दूरभाष नं0 05282-222330 है। जिस पर कर्मचारियों की डियूटी लगायी गयी हैं। इसी प्रकार सभी तहसीलों/विकासखंडों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किये जा रहे हैं हैं। जनपद में संबंधी सूचना का आदान प्रदान करने हेतु जनपद के ग्रामों में जिनमें बाढ़ की सम्भावना थी। उनमें चेतावनी का प्रसारण कराया गया है एवं लोगो को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। बाढ़ के राहत कार्या हेतु एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमों से बात कर ली गई हैै। जरूरत पड़ने उन्हें बुलाया जाएगा, वर्तमान में पीएसी की व्यवस्था कर ली गई है। बचाव कार्य हेतु लोकल मछुवारों की तथा नावो की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई हैै। जनपद में बाढ़ से प्रभवी ढंग से निपटने हेतु 36 बाढ़ चौकी स्थापित की गई है। सभी बाढ़ प्रभावित ग्रामों में राहत टीम के साथ मेडीकल टीम भी लगाकर दवाओं किट एवं आवश्यक उपचार देंने ओआरएस एवं क्लोरीन की टेबलेट का भी वितरण कराने की व्यवस्था की गई हैं। इसी प्रकार पशुओं हेतु भी बेटनरी मेडीकल टीम ग्रामों में भ्रमण कर राहत कार्य कर रही हैं। बाढ़ प्रभावित ग्रामों में अब तक सूखा राशन, लैया, चना आदि लंच पैकेट जिला प्रशासन द्वारा वितरित कराने की व्यवस्था की गई हैं। बाढ़ सेे प्रभावित होने ब्लाक में बाढ़ से निपटने के लिये टीमें बनायी गयी हैं। संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु पम्पलेट/हैण्डबिल एवं समाचार पत्रों के माध्यम से प्रचार-प्रसार करवाया जा रहा हैं। प्रत्येक बाढ़ ग्रसित क्षेत्र के चिकित्सालयों पर पर्याप्त मात्रा में औषधियां उपलब्ध हैं। बाढ़ से बचाव हेतु ब्लाक स्तर पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया गया हैं। बैठक में मंत्री द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के भ्रमण के उपरान्त किये गये कार्या की जिला प्रशासन की सराहना की। मंत्री द्वारा प्रत्येक बिन्दुओं पर चर्चा करते हुये दिये गये दायित्वों के कार्या की संबंधित अधिकारियों से जानकारी की। उन्होने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में पशुओं के चारा, भूसा, पानी तथा बीमार पशुओं को दवाओं आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि बाढ़ से प्रभावित गांवों में रहने वाले व्यक्तियों को सभी प्रकार की दवाओं के प्रबन्ध किये जाये। उन्होने प्रशासन से प्रभावित गांवों में खाद्यान्न सामग्री के पैकेट तथा इमरजेन्सी लाईट आदि की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये। उन्होने यह भी कहा कि ऐसे गांवों के व्यक्तियों को कपड़े, पीने के पानी गेलन द्वारा भेजे जाये। उन्होने वहां के लोगो को मोबाइल आदि चार्ज किये जाने हेतु बैटरी आदि की भी व्यवस्था की जाये। उन्होने निगरानी समितियों को भी लगाया जाये। उन्होने यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जो सुरक्षा की दृष्टि से कर्मी लगाये गये है। उनके खाने-पीने आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होने यह भी कहा कि सभी विभागों को मिलकर नोडल अधिकारी नियुक्त किये जाये। उन्होने कहा कि सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर बाढ़ से पानी घटने के उपरान्त होने वाले बीमारियों से निपटने हेतु कार्ययोजना तैयार करलें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत बाढ़ से प्रभावित होने वाले प्रत्येक गांव में वायरलेस सहित सिपाही लगाए जाएं तथा उन से प्रत्येक 2 घंटे में फीडबैक लिया जाए, किसी भी प्रकार की समस्या पर तत्काल राहत हेतु युद्ध स्तर पर कार्य किया जाए। इस मौके पर मा सदर विधायक युवराज सिंह, विधायक राठ श्रीमती मनीषा अनुरागी, बीजेपी जिला अध्यक्ष ब्रज किशोर गुप्ता, पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार दीक्षित, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनय प्रकाश श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे राजेश कुमार यादव, मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार वैश्य, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद हमीरपुर कुलदीप कुमार निषाद, अन्य संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे।
Home » मुख्य समाचार » बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर लोगों को मदद पहुंचाई जाए : जलशक्ति मंत्री